कृषि सुधार विधेयक किसानों का रक्षा कवच : PM मोदी, कहा- घोषणापत्र में लिखनेवाले आज फैला रहे भ्रम
पटना : बिहार की 12 परियोजनाओं के उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि सुधार विधेयक को लेकर विपक्ष पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा जयंती के दिन लोकसभा में ऐतिहासिक कृषि सुधार विधेयक पारित किये गये हैं. इन विधेयकों ने हमारे अन्नदाता किसानों को अनेक बंधनों से मुक्ति दिलायी है. इन सुधारों से किसानों को अपनी उपज बेचने में और ज्यादा विकल्प और ज्यादा अवसर मिलेंगे. मैं देश के किसानों को इन विधेयकों के लिए बधाई देता हूं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनाव के समय किसानों को लुभाने के लिए ये बड़ी-बड़ी बातें करते थे, लिखित में करते थे. अपने घोषणापत्र में डालते थे और चुनाव के बाद भूल जाते थे. आज जब वही चीजें भाजपा-एनडीए सरकार कर रही है, तो ये भांति-भांति के भ्रम फैला रहे हैं.
जिन एग्रीकल्चर मार्केट के प्रावधानों में बदलाव का वो विरोध कर रहे हैं, उसी बदलाव की बात इन लोगों ने अपने घोषणापत्र में भी लिखी थी. लेकिन, अब जब एनडीए सरकार ने ये बदलाव कर दिया है, तो ये लोग इसका विरोध करने पर, झूठ फैलाने पर उतर आये हैं.
ये लोग भूल रहे हैं कि देश का किसान कितना जागृत है. वो ये देख रहा है कि कुछ लोगों को किसानों को मिल रहे नये अवसर पसंद नहीं आ रहे. देश का किसान ये देख रहा है कि वो कौन-से लोग हैं, जो बिचौलियों के साथ खड़े हैं.
उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि अब ये दुष्प्रचार किया जा रहा है कि सरकार के द्वारा किसानों को एमएसपी का लाभ नहीं दिया जायेगा. ये भी मनगढ़ंत बातें कही जा रही हैं कि किसानों से धान-गेहूं इत्यादि की खरीद सरकार द्वारा नहीं की जायेगी. ये सरासर झूठ है, गलत है, किसानों को धोखा है.
हमारी सरकार किसानों को एमएसपी के माध्यम से उचित मूल्य दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है. पहले भी थे, आज भी हैं और आगे भी रहेंगे. सरकारी खरीद भी पहले की तरह जारी रहेगी. हमारी सरकार किसानों को एमएसपी के माध्यम से उचित मूल्य दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है.
कोई भी व्यक्ति अपना उत्पाद, दुनिया में कहीं भी बेच सकता है, जहां चाहे वहां बेच सकता है. लेकिन, केवल किसान भाई-बहनों को इस अधिकार से वंचित रखा गया था. अब नये प्रावधान लागू होने के कारण, किसान अपनी फसल को देश के किसी भी बाजार में, अपनी मनचाही कीमत पर बेच सकेगा.
किसानों के लिए जितना एनडीए शासन में पिछले छह वर्षों में किया गया है, उतना पहले कभी नहीं किया गया. किसानों को होनेवाली एक-एक परेशानी को समझते हुए, एक-एक दिक्कत को दूर करने के लिए हमारी सरकार ने निरंतर प्रयास किया है.
मैं आज देश के किसानों को नम्रता पूर्वक स्पष्ट संदेश देना चाहता हूं. आप किसी भी तरह के भ्रम में मत पड़िये. इन लोगों से देश के किसानों को सतर्क रहना है. ऐसे लोगों से सावधान रहें, जिन्होंने दशकों तक देश पर राज किया और जो आज किसानों से झूठ बोल रहे हैं. वो लोग किसानों की रक्षा का ढिंढोरा पीट रहे हैं, लेकिन दरअसल वे किसानों को अनेक बंधनों में जकड़ कर रखना चाहते हैं.
उन्होंने कहा ‘वो’ लोग किसानों की कमाई को बीच में लूटनेवालों का साथ दे रहे हैं. ये देश की जरूरत है और समय की मांग भी है. किसान, महिलाएं, नौजवान, राष्ट्र के निर्माण में सभी को सशक्त करना हमारा दायित्व है. आज जितनी भी परियोजनाओं को शुरू किया गया है, वो इसी दायित्व का हिस्सा है.