ज्योतिष
जानिए क्या है भीषण गर्मी और ग्रहों का कनेक्शन
ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार प्रतिवर्ष मई के अंतिम सप्ताह से जून के प्रथम सप्ताह के बीच 15 दिन के लिए सूर्य रोहिणी नक्षत्र में गोचर करता है और खगोलीय दृष्टि से इन 15 दिनों के समय में पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी कम हो जाती है। पृथ्वी पर सूर्य की किरणें बिल्कुल सीधी लंबवत पड़ती है। जिस कारण ये समय साल का सबसे गर्म और अधिक तापमान वाला समय होता है।
सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में संचार करने के इन 15 दिनों में भी विशेष रूप से शुरू के नौ दिनों को नौ-तपा कहा जाता है। इस समय में धूप बिल्कुल ताप यानि के अग्नि के समान हो जाती है और इन नौ दिनों में तापमान और गर्मी अपने चरम पर पहुंच जाती है। इस वर्ष 25 मई को सूर्य का रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश हो चुका है। ऐसे में इस बार 25 मई से दो जून के बीच नौ-तपा रहेगा। इससे दो जून तक धूप, गर्मी और तापमान अपने चरम पर रहेंगे।
नौ-तपा के ये नौ दिन हर वर्ष पड़ते हैं, लेकिन इस बार गर्मी के मौसम को लेकर नौ-तपा के अलावा भी एक और बात बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है। दिसंबर 2019 में पड़े सूर्य ग्रहण और नकारात्मक ग्रह स्थिति के कारण कोरोना महामारी का सामना तो अब गोचर ग्रहों की स्थिति कुछ ऐसी बनी हुई है जो सामान्य से बहुत अधिक गर्मी और तापमान का इशारा कर रही है। यानी गर्मी की समस्या भी सभी लोगों को बहुत ज्यादा परेशान करने वाली है।
बन रहे हैं ग्रह योग
इस साल सितम्बर तक केतु ग्रह अग्नि तत्व राशि धनु में संचार करेगा। हाल ही में मकर राशि में संचार कर रहे शनि और बृहस्पति दोनों ग्रह 11 तथा 14 मई को वक्री हो गए हैं तथा वक्री होने के कारण अब ये दोनों ग्रह भी अग्नि तत्व राशि धनु में होने का ही प्रभाव दे रहे हैं और शनि एवं बृहस्पति के वक्री होने के बाद से ही 10-12 दिनों में गर्मी और धूप का तेज बहुत बढ़ गया है। 25 मई को सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में आने के बाद कई शहरों में पारा 40-45 डिग्री सेल्सियस पहुच गया है। खास बात यह है कि सितम्बर तक केतु, शनि और बृहस्पति तीनों बड़े ग्रहों का प्रभाव अग्नितत्व राशि धनु में इसी प्रकार बना रहेगा। इससे इस वर्ष वातावरण में अग्नि तत्व की अधिकता रहेगी। इससे ज्योतिषीय दृष्टि से इस बार गर्मी सामान्य से कहीं ज्यादा और बहुत प्रचंड रूप में पड़ेगी। 25 मई से नौतपा शुरू होते ही इसकी शुरुआत हो चुकी है। ज्योतिषीय दृष्टि से दो जून तक नौ-तपा के दौरान गर्मी चरम पर होगी।
इस साल सितम्बर तक केतु ग्रह अग्नि तत्व राशि धनु में संचार करेगा। हाल ही में मकर राशि में संचार कर रहे शनि और बृहस्पति दोनों ग्रह 11 तथा 14 मई को वक्री हो गए हैं तथा वक्री होने के कारण अब ये दोनों ग्रह भी अग्नि तत्व राशि धनु में होने का ही प्रभाव दे रहे हैं और शनि एवं बृहस्पति के वक्री होने के बाद से ही 10-12 दिनों में गर्मी और धूप का तेज बहुत बढ़ गया है। 25 मई को सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में आने के बाद कई शहरों में पारा 40-45 डिग्री सेल्सियस पहुच गया है। खास बात यह है कि सितम्बर तक केतु, शनि और बृहस्पति तीनों बड़े ग्रहों का प्रभाव अग्नितत्व राशि धनु में इसी प्रकार बना रहेगा। इससे इस वर्ष वातावरण में अग्नि तत्व की अधिकता रहेगी। इससे ज्योतिषीय दृष्टि से इस बार गर्मी सामान्य से कहीं ज्यादा और बहुत प्रचंड रूप में पड़ेगी। 25 मई से नौतपा शुरू होते ही इसकी शुरुआत हो चुकी है। ज्योतिषीय दृष्टि से दो जून तक नौ-तपा के दौरान गर्मी चरम पर होगी।
यह होता है नौ-तपा में शुभ
ज्योतिषीय दृष्टि से नौ-तपा के दौरान जल और शीतल पेय पदार्थों का दान बहुत ही शुभ और कल्याणकारी माना गया है। ऐसे में इस समय क्षमता के अनुसार जरूरतमंद व्यक्तियों को जल, शीतल पेय पदार्थों और जल रखने के पात्र जैसे घड़े सुराही आदि का दान अवश्य करना चाहिए।
ज्योतिषीय दृष्टि से नौ-तपा के दौरान जल और शीतल पेय पदार्थों का दान बहुत ही शुभ और कल्याणकारी माना गया है। ऐसे में इस समय क्षमता के अनुसार जरूरतमंद व्यक्तियों को जल, शीतल पेय पदार्थों और जल रखने के पात्र जैसे घड़े सुराही आदि का दान अवश्य करना चाहिए।