घर में रहकर पढ़ाई कर रहे बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य का ऐसे रखें ख्याल
कोरोना संक्रमण की वजह से बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। घर में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। ऐसे में वह न तो दोस्तों से मिल पा रहे हैं और न ही स्कूल में जाकर पढ़ाई कर पा रहे हैं। इंटरनेट के माध्यम से पढ़ाई कर रहे हैं। कोरोनाकाल में बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य का खयाल रखने की जरूरत है।
यह जानकारी लोहिया संस्थान के मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. देवाशीष शुक्ला ने दी। वह शनिवार को अलीगंज सीएमएस की ओर से वेबिनार को संबोधित कर रहे हैं। डॉ. देवाशीष शुक्ला ने कहा कि बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए संवाद स्थापित रखें। बच्चों की हर बात को सुने। उसे गंभीरता से लें। यदि बच्चा गुमसुम हो जाए या एकांत में रहे तो इसे संजीदगी से लें। कार्यक्रम में डॉ. सोनी और डॉ. अमिता श्रीवास्तव समेत अन्य लोग उपस्थित थे।
ये उपाए करें
डॉ. देवाशीष ने कहा कि कोरोनाकाल में बच्चे की मनपसंद किताबे दें। बच्चों को बहुत ज्यादा मोबाइल-कम्प्यूटर से दूर रखें। सिर्फ जरूरत पर ही इन वस्तुओं का इस्तेमाल करें। क्योंकि इस फर्क आंखों की रोशनी पर पड़ सकता है। नजर कमजोर हो सकती है। कसरत करें। सुबह व शाम को छत या खुले स्थान पर टहलें। योग करें। बच्चे में किसी भी तरह की परेशानी नजर आने पर काउंसिलिंग कराएं।