चुनाव आयोग ने 7 सितंबर तक स्थगित किए सभी उपचुनाव, कोरोना महामारी और बाढ़ की स्थिति के मद्देनजर लिया फैसला
नई दिल्ली: भारतीय चुनाव आयोग (Election Commission of India) ने कुछ राज्यों में कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) और बाढ़ की स्थिति (Flood Situation) के मद्देनजर 7 सितंबर तक होने वाले लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के सभी उपचुनाव (Bypolls) स्थगित कर दिए हैं. चुनाव आयोग ने कहा, जैसे ही स्थिति अनुकूल होगी वैसे ही चुनाव कराए जाएंगे. दिल्ली में चुनाव आयोग के अधिकारियों की गुरुवार को हुई बैठक में हुनाव स्थगित करने के निर्णय को अंतिम रूप दिया गया. आयोग ने प्रेस को जारी एक बयान में कहा कि जैसे ही स्थिति अनुकूल होगी उपचुनाव होंगे.
जिन राज्यों में चुनाव होने हैं, उनमें मध्य प्रदेश की 22 सीटों की जंग भी शामिल है, जो शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली बीजेपी की सरकार के कार्यकाल को निर्धारित करेगी. ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में चले जाने के बाद 22 कांग्रेसी विधायकों के इस्तीफे के कारण इन उपचुनावों की आवश्यकता पड़ी.
सिंधिया और उनके साथियों के विद्रोह ने कमलनाथ सरकार को सत्ता से बेदखल कर दिया जिससे बीजेपी सत्ता में लौट आई. मध्य प्रदेश में उपचुनावों के नतीजे अगर बड़े पैमाने पर कांग्रेस के पक्ष में आए तो राज्य में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार की स्थिरता के लिए खतरा पैदा हो सकता है.
मध्य प्रदेश में 22 विधायकों ने 22 मार्च को इस्तीफा दे दिया था. जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 151-ए के मुताबिक में उपचुनाव कम से कम 10 सितंबर तक अनिवार्य हैं. नियमों के अनुसार, एक लोकसभा या विधानसभा सीट छह महीने से अधिक समय तक खाली नहीं रहनी चाहिए. मध्य प्रदेश के अलावा, अन्य राज्यों में जहां उपचुनावों होने हैं, उनमें असम, केरल, नागालैंड, उत्तर प्रदेश, और झारखंड शामिल हैं.