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कोरोना की दवा बनाने के दावे पर रामदेव के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग, पुलिस तक पहुंची शिकायत

पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के संस्थापक योगगुरु बाबा रामदेव व उनके सहयोगी आचार्य बालकृष्ण के खिलाफ एक शिकायत हरियाणा पुलिस के पास पहुंच चुकी है। शिकायत में मांग की गई है कि रामदेव व आचार्य बालकृष्ण ने भारतीय आपदा संहिता का उल्लंघन किया है। बता दें कि पतंजलि आयुर्वेद की ओर से कंपनी के ही एक उत्पाद कोरोनिल को लेकर दावा किया गया कि यह दवा कोरोना के खात्मा करेगी। पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के वकील सुखविन्द्र सिंह नारा ने हरियाणा पुलिस के डीजी के संज्ञान में लाते हुए बाबा रामदेव, आचार्य बालकृष्ण और उनकी कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत में  भारतीय आपदा संहिता, 1860 के धारा 51/52/58 के तहत एफआईआर दर्ज करने का अनुरोध किया और भारतीय दंड संहिता, 1860 के धारा 188/269/270 लागू कानून के तहत कार्रवाई करने की मांग की है।

शिकायतकर्ता ने कहा- मंजूरी के बिना दवा की लॉन्चिंग नहीं हो सकती

नारा ने पुलिस को दी गई शिकायत में लिखा कि बिना आयुष मंत्रालय और आईसीएमआर की मंजूरी के बिना ये दवा रामदेव लॉन्च नहीं कर सकते। साथ ही यह भी कहा कि कोविड से संबंधित भारत सरकार की हिदायतों के अनुसार कोई भी कंपनी सरकार की अनुमति के बिना किसी भी दवाई का विज्ञापन नहीं दे सकती, लेकिन रामदेव ने बिना किसी अनुमति के सोशल मीडिया पर इस दवाई का विज्ञापन किया। नारा ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि रामदेव और बालकृष्ण का दावा झूठा है और इनका यह कार्य आपदा प्रबन्धन अधिनियम और भारतीय दण्ड संहिता के तहत दंडनीय अपराध है। उधर, भारत सरकार ने भी पतंजलि की कोरॉना संबंधित दवाई पर जब तक परीक्षण नहीं हो जाता तब तक रोक लगा दी है।

‘कोरोनिल’ दवा कोरोना के इलाज के लिए रामदेव ने बाजार में उतारा था

योग गुरु रामदेव ने कोरोना वायरस की दवा ‘कोरोनिल’ को मंगलवार को बाजार में उतारा और दावा किया कि आयुर्वेद पद्धति से जड़ी बूटियों के गहन अध्ययन और शोध के बाद बनी यह दवा शत प्रतिशत मरीजों को फायदा पहुंचा रही है। यहां पतंजलि योगपीठ में मीडिया से बातचीत करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि पतंजलि पूरे विश्व में पहला ऐसा आयुर्वेदिक संस्थान है जिसने जड़ी बूटियों के गहन अध्ययन और शोध के बाद कोरोना महामारी की दवाई प्रमाणिकता के साथ बाजार में उतारी है।

रामदेव का दवा को लेकर दावा

रामदेव ने कहा कि 100 मरीजों पर नियंत्रित क्लिनिकल ट्रायल किया गया जिसमें तीन दिन के अंदर 69 प्रतिशत और चार दिन के अंदर शत प्रतिशत मरीज ठीक हो गये और उनकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव से नेगेटिव हो गयी। दावा है कि यह दवा तीन से सात दिन में कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति को ठीक कर देगी। बाबा रामदेव ने कहा कि यह इतिहास की बहुत बड़ी घटना है। उन्होंने इस संबंध में कटाक्ष भी किया और कहा कि हो सकता है कि कई लोग इस दवाई पर संदेह करें और ‘कहें कि यह कैसे हो सकता है।

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