जालसाजों ने राम मंदिर न्यास को भी नहीं छोड़ा, छह लाख रुपये फर्जी तरीके से निकाले
अयोध्या। राम मंदिर न्यास के खाते से दो फर्जी चेक की मदद से छह लाख रुपये निकालने और तीसरे चेक के जरिये 10 लाख रुपये स्थानांतरित करने के प्रयास को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। बैंक द्वारा तीसरे चेक की जांच के दौरान फर्जीवाड़ा पकड़ा गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि न्यास के सचिव और विश्व हिंदू परिषद के नेता चंपत राय की शिकायत पर कोतवाली पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। अयोध्या के पुलिस उप महानिरीक्षक दीपक कुमार ने बताया हमने उस बैंक खाते पर रोक लगा दी है जिसमें पैसा स्थानांतरित किया गया। एक पुलिस टीम को लखनऊ और एक को मुंबई भेजा गया है, क्योंकि जिस खाते में पैसा स्थानांतरित किया गया वह महाराष्ट्र का है। उन्होंने बताया कि इस अपराध को अंजाम देने वालों ने फर्जी तरीके से स्थानांतरित की गई राशि में से चार लाख रुपये निकाल लिए हैं, जबकि दो लाख की राशि अभी भी खाते में है।
एफआईआर के अनुसार भारतीय स्टेट बैंक(एसबीआई) में न्यास के खाते से एक सितंबर को 2.5 लाख रुपये की राशि फर्जी तरीके से स्थानांतरित की गई जबकि आठ सितंबर को दूसरे फर्जी चेक के जरिये 3.5 लाख रुपये स्थानांतरित किए गए। मामला तब पकड़ में आया जब लखनऊ से एसबीआई की वरिष्ठ अधिकारी ने यह पुष्टि करने के लिए राय को फोन किया कि न्यास ने 9.86 लाख रुपये स्थानांतरित करने के लिए चेक जारी किया है। एसबीआई की निकासी विभाग की उप प्रबंधक मोना रस्तोगी ने बताया कि चेक (बड़ी धनराशि वाले) निकासी से पहले हम अपने ग्राहकों को फोन करते हैं। मैंने खुद 9.86 लाख की राशि वाले चेक से निकासी को लेकर ग्राहक को फोन किया और कई बार कॉल करने के बाद ग्राहक (राय) ने फोन उठाया। उन्होंने कहा कि इस माह की शुरुआत में 2.5 लाख और 3.5 लाख की राशि वाले दोनों पहले फर्जी चेक में से प्रत्येक की निकासी से पहले निश्चित तौर पर बैंक अधिकारियों ने न्यास के पंजीकृत नंबर पर फोन किया होगा।
उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर 2.5 लाख और 3.5 लाख रूपये के चेक की निकासी को लेकर बैंक की ओर से कॉल की गई होगी। कॉल रिकॉर्ड और ब्योरे की जांच से यह तय किया जा सकता है कि ग्राहक ने कॉल रिसीव की। रस्तोगी ने कहा कि राय ने यदि उनका फोन नहीं उठाया होता तो तीसरे क्लोन चेक से भी निकासी कर ली जाती क्योंकि यह वास्तविक प्रतीत होता है और हस्ताक्षर को लेकर भी कोई शक नहीं है। पुलिस में दी गई शिकायत में राय ने कहा है कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के बैंक खाते में करोड़ों की राशि है और वह शुरू में इस बात से अंजान थे कि खाते से धन को फर्जी तरीके से स्थानांतरित किया गया। अयोध्या के पुलिस उप महानिरीक्षक दीपक कुमार ने पीटीआई-से कहा कि कोतवताली पुलिस थाने में इस संबंध में एफआईआर दर्ज की गई है और जांच जारी है।