आश्रम में पशुओं के बन्द करने के मामले में ग्रामीणों ने संतो से दुर्व्यवहार की बात से किया इनकार

न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन
जबलपुर/ सिहोरा के मझगवां स्थित शैलवारा आश्रम में पशुओं के बंद करने के मामले में ग्रामीणों ने बताया कि कुछ मवेशियों को अंदर किया जाता था लेकिन किसी भी संत को अपमानित या उनसे किसी प्रकार अभद्रता कोई भी ग्रामीण नही करता ।सभी सन्त ग्राम के लोगों को पूज्यनीय है और सभी की आस्था मन्दिर से जुड़ी हुई है। वहीं कुछ ग्राम के भक्तों ने कहा कि स्थानीय ग्रामीणों को मिलकर इन समस्याओं पर सहयोग करते हैं, ताकि मंदिर की पवित्रता बनी रहे, श्रद्धालुओं को नुकसान न हो, और आसपास का वातावरण स्वच्छ बना रहे।
आश्रम में फैला गोबर
रात में आश्रम परिसर की बाउंड्रीवाल के अंदर कुछ ग्रामीण मवेशियों को रात भर के लिए बंद करके चले जाते हैं जिससे पूरे मन्दिर परिसर चारों तरफ गोबर ही गोबर फैला हुआ और मन्दिर की सफाई व्यवस्था नष्ट हो गई है जिसको लेकर शैलवारा धाम मन्दिर में पूजन और सेवा करने वाले लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। और सफाई करने में दिक्कतें होती हैं।