जम्मूकश्मीर राइफल्स रेजिमेंट के 840 अग्निवीरों का पहला बैच प्रशिक्षण के बाद पास आउट होकर भारतीय सेना में शामिल
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05 अगस्त 2023 की सुबह, जबलपुर एक ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना जब जम्मू और कश्मीर राइफल्स रेजिमेंट के 840 अग्निवीरों का पहला बैच अपने 31 सप्ताह के बुनियादी और उन्नत सैन्य प्रशिक्षण के पूरा होने के बाद पास आउट हुआ और भारतीय सेना में शामिल हो गया। गौरव और उच्च मनोबल से भरपूर, अग्निवीरों ने एक शानदार पासिंग आउट परेड प्रस्तुत की, जिसकी समीक्षा मुख्य अतिथि के रूप में जम्मू और कश्मीर राइफल्स रेजिमेंट सेंटर के कमांडेंट ब्रिगेडियर राजेश शर्मा ने की। अग्निवीरों के पहले बैच के लिए यह वास्तव में एक अनूठा सम्मान है कि उन्होंने अपना अंतिम कदम या अंतिम पग उठाया और विशिष्ट रेजिमेंट का हिस्सा बन गए। परेड में रेजिमेंट के कई अन्य अधिकारी, जेसीओएस और ओआर के साथ-साथ प्रशिक्षक कर्मचारी और अग्निवीरों के गौरवान्वित माता-पिता भी शामिल हुए। मुख्य अतिथि ने रेजिमेंटल सेंटर में प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मेधावी अग्निवीरों को पदक से सम्मानित किया और उनके गौरवान्वित माता-पिता को ‘गौरव पदक भी प्रदान किया, जो उनके लिए एक भावनात्मक क्षण था। ये अग्निवीर अब अपनी नई इकाइयों में शामिल होंगे और भारतीय सेना को सौपी गई जिम्मेदारी संभालेंगे। इस अवसर पर बोलते हुए, कमांडेंट ब्रिगेडियर राजेश शर्मा ने इन सैनिकों से तिरंगे के प्रति अपनी शपथ को हमेशा याद रखने और रेजिमेंट और देश की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए कड़ी मेहनत करने का आह्वान किया। उन्होंने अग्निवीरों को याद दिलाया कि जम्मू-कश्मीर राइफल्स रेजिमेंट में शामिल होना उनके लिए बहुत सम्मान की बात है, जिसने सभी ऑपरेशनों और युद्ध में आगे बढ़कर नेतृत्व किया है और दो परमवीर चक्र और दो अशोक चक्र प्राप्त किए हैं और सैनिक सेवा के बहुत उच्च मानक हैं। उनसे रेजिमेंट के आदर्श वाक्य प्रशता रणवीरता के अनुरूप होने की अपेक्षा की जाती है। अंत में जम्मू कश्मीर राइफल्स और लद्दाख स्काउट्स रेजिमेंट के कर्नल आफ द रेजिमेंट लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, एवीएसएम की ओर से कमांडेंट ने जम्मू-कश्मीर राइफल्स रेजिमेंट में सभी पासिंग आउट अग्निवीरों का स्वागत किया। इन अग्निवीरों के चेहरे पर गर्व और संतुष्टि की स्पष्ट अभिव्यक्ति ने दर्शकों के बीच विश्वास जगाया कि राष्ट्र सुरक्षित हाथों में है।