फाटक के पास जानलेवा गड्ढे बने मुसीबत, गिर रहे राहगीर
सिहोरा/ नगर की सड़कों पर होने वाले गड्ढों को समय पर नहीं भरा जा रहा है, जिससे उनका आकार बढ़ता जा रहा है और वे बदहाल होती जा रही है, ऐसे हो गड्ढे खितौला रेलवे फाटक पर बन गए हैं जो लोगों के लिए मुसीबत बन गए हैं। ये गढ्ढे इतने खतरनाक बन गए हैं कि बारिस में पानी जमा होने पर गहराई नही समझ आती और कई बाइक सवार इनमे गिर भी जाते हैं। जिससे इन पर गुजरने वाले राहगीर परेशान है। जबकि जिम्मेदार अफसर इनकी मरम्मत पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। परिणामस्वरूप लोगों की समस्या का कोई समाधान नहीं हो रहा है। खितौला और सिहोरा नगर के यह मुख्य चौराहा है जहां से कुंडम और शहडोल को जोड़ने वाली सड़क जाती है पर लंबे से समय से गड्ढे हो रहे हैं। इन गड्ढों को समय से न भरे जाने की वजह से यहां काफी सड़क पूरी तरह से गड्ढों में गुम हो गई है। कुछ यही स्थिति बाबताल मंदिर सिहोरा के समीप है। यहां भी सड़क काफी खुद गई है। वहीं हाइवे को जाने वाली सड़क भी काफी खुद चुकी है और खितौला मोड़ पर से हाइवे तक खस्ताहाल है। नगर की सड़क पूरी तरह आए कहीं कहीं गड्ढों में तब्दील हो गई हैं। शहर की अधिकांश सड़कों की कुछ ऐसी ही हालत है, शहरवासी भी इन सड़कों की खस्ताहालत को लेकर कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायतें कर चुके हैं। लेकिन सुनवाई न होने की वजह से उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है।
➡️जाम और गड्ढों से मुसीबत
खितौला रेल्बे फाटक में आये रोजाना जाम की स्थिति रहती है और सबसे ज्यादा उमरिया पान और मझगवाँ की ओर से मरीज को लेकर आने वाली एंबुलेंस जाम में फंस जाती है और जैसे तैसे जाम खुला तो इन गड्ढों की उछाल में मरीज के गिरने तक का डर बना रहता है जबकि बरसात के दिनों में गड्ढे पानी से भर जाते हैं और बाइक सवार को गहराई पता न होने से कई बार बाइक सवार गिरते भी हैं फिर भी जिम्मेदार अधिकारी और जनप्रतिनिधियों के ध्यान इस ओर नही जा रहा है।
➡️सुस्त गति से निर्माण बन रहा है लोगों की मुसीबत
सिहोरा में शहर में एक ओर लोग सड़कों की समय पर मरम्मत न होने से परेशान है। तो दूसरी ओर सड़कों पर सुस्त गति से चल रहे निर्माण कार्य से लोग हैरान है। शहर में इन दिनों सड़क निर्माण और डिवाइडर का निर्माण चल रहा है। इन दोनों ही सड़कों पर निर्माण कार्य चलते हुए दो वर्ष बीतने को जा रहे हैं। लेकिन यह अभी तक पूरे नहीं हो पाए हैं, जिससे भी लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसमें शहर की सड़कें शहरवासियों के लिए सबसे ज्यादा पीड़ादायक बनी हुई है।