मांगों को लेकर मध्यप्रदेश के कर्मचारी हुए लामबंद, 1 दिसंबर को सत्याग्रह की चेतावनी…
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न्यूज़🔍इन्वेस्टिगेशन
कर्मचारियों ने वेतनमान में संशोधन और अनुकंपा नियुक्ति समेत 10 लंबित मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए 1 दिसंबर से सत्याग्रह करने की चेतावनी दी है। सरकारी कर्मियों को डीए का लाभ मिलने के बाद अब कर्मचारियों ने अपनी 10 साल से भी ज्यादा पुरानी मांगों को लेकर आवाज उठाई है। साथ ही कर्मचारी संगठनों का ये भी कहना है कि प्रदेश के सभी जिलों में कर्मचारी संगठन जन जागरण आंदोलन चलाएंगे।
👉 ये 10 मांगे हैं कर्मचारियों की…
• अकुशल स्थाईकर्मी का वेतन 10 हजार, अर्द्धकुशल का 12,500 और कुशल का 15 हजार रुपए करें
• स्थाई कर्मियों को अनुकंपा नियुक्ति का लाभ दें
• स्थाई कर्मियों को स्थानांतरण सुविधा का लाभ दें
• स्थाई कर्मियों को सेवानिवृत्ति एवं मृत्यु होने पर 10 लाख ग्रेच्युटी दें
• दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमित करें
अंशकालीन कर्मचारी, वन समिति चौकीदारों, पीटीएस कर्मचारियों का वेतन 10 हजार रू. एवं नियमित करें
• केंद्र सरकार की तरह प्रदेश के श्रमिकों का वेतन 20 हजार करें
• अनियमित कर्मचारियों एवं श्रमिकों का 50 लाख का बीमा कराएं
अनियमित कर्मचारी-श्रमिकों को पेंशन सुविधा का लाभ
• अनियमित कर्मचारी-श्रमिकों को रविवार सहित 60 दिन का अवकाश वेतन सहित दें
कर्मचारी नेता अशोक पांडे ने बताया कि प्रदेश सरकार बीते कई सालों से प्रदेश के अनियमित, अंशकालीन कर्मचारियों और श्रमिकों की उपेक्षा कर रही है। बार-बार सरकार को ज्ञापन देकर कर्मचारियों की मांगों का ध्यान दिलाया गया लेकिन कोई फैसला सरकार ने नहीं लिया है। अब कर्मचारियों ने सरकार तक अपनी बात पहुंचाने और मांगें पूरी कराने के लिए भोपाल में सत्याग्रह और जिला स्तर पर आंदोलन करने की रणनीति बनाई है।