ODI क्रिकेट इतिहास की सबसे छोटी पारियां, महज कुछ गेंदें खेलकर ही सिमट गई टीमें
नई दिल्ली:कोरोनावायरस के प्रकोप को देखते हुए दुनियाभर में बाकी खेलों की तरह ही क्रिकेट पर भी पाबंदी लगी हुई है. हालांकि, देश में लॉकडाउन के बाद अब अनलॉकिंग की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और धीरे-धीरे जीवन पटरी पर लौट रहा है. हालांकि, क्रिकेट को पटरी पर लौटने के लिए थोड़ा और इंतजार करना पड़ सकता है. ऐसे में क्रिकेट के दीवानों के लिए हम हमेशा की तरह इस बार भी क्रिकेट से जुड़े अनसुने रिकॉर्ड्स की जानकारी लेकर आए हैं.
आज हम आपको ODI के कुछ रिकॉर्ड्स और फैक्ट्स बताने जा रहे हैं. महामारी के इस दौर में जब देशभर में सभी खेलों पर रोक लगी हुई है तो ऐसे में हम आपके लिए क्रिकेट से जुड़े कुछ जबरदस्त फैक्ट्स और अनजाने रिकॉर्ड्स की जानकारी लेकर आते हैं. इसी सिलसिले में आज हम आपको वनडे क्रिकेट इतिहास के उन मैचों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनमें एक टीम की पूरी पारी महज कुछ ओवरों में ही सिमट गई. ऐसी ही पारियां गेंदों के लिहाज से वनडे क्रिकेट इतिहास की सबसे छोटी पारियां बन गईं.
5. जिम्बाब्वे
साल 2001 में खेले गए त्रिकोणीय सीरीज के पहले ही मैच में जिम्बाब्वे का सामना श्रीलंका से होना था. 8 दिसंबर को खेले गए इस मैच में जिम्बाब्वे और श्रीलंका ने मिलकर कुल 20 ओवर का गेम खेला था. मैच में कुल 78 रन बने थे और 11 विकेट गिरे थे. मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए जिम्बाब्वे की पूरी टीम 15.4 ओवर यानि 94 गेंदों में 38 रन बनाकर ही ढेर हो गई थी. श्रीलंका के खिलाफ खेले गए इस मैच में जिम्बाब्वे के 5 बल्लेबाज बिना खाता खोले ही पवेलियन लौटे थे. जबकि स्टुअर्ट कार्लिस्ले ने अपनी टीम के लिए सबसे ज्यादा 16 रन बनाए थे. जिम्बाब्वे के 38 रनों के जवाब में श्रीलंका ने 274 गेदें बाकी रहते हुए महज 4.2 ओवर में ही 1 विकेट के नुकसान पर 40 रन बनाकर 9 विकेट से शानदार जीत दर्ज कर ली.
4. कनाडा
साल 2007 में खेले गए आईसीसी वर्ल्ड लीग डिविजन वन के 14वें मैच में केन्या और कनाडा की टीमें आमने-सामने थीं. 5 फरवरी को खेले गए इस मैच में केन्या ने पहले बल्लेबाजी की और 50 ओवरों में 9 विकेट के नुकसान पर 250 रनों का स्कोर खड़ा किया था. केन्या के 250 रनों के जवाब में लक्ष्य का पीछा करने उतरी कनाडा की टीम मैदान पर आते ही सरेंडर करने की स्थिति में आ गई. कनाडा का कोई भी बल्लेबाज केन्या के बॉलिंग अटैक का सामना नहीं कर पाया. नतीजन 251 रनों के लक्ष्य के जवाब में कनाडा की पूरी टीम 14.5 ओवर यानि 89 गेंदों में ही 92 रन बनाकर ऑलआउट हो गई. कनाडा के लिए 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए बल्लेबाज ने सर्वाधिक 24 रन बनाए थे. इस मैच में केन्या ने कनाडा को 158 रनों से हराया था.
3. नामीबिया
साल 2003 में खेले गए विश्व कप के 31वें मैच में ताकतवर ऑस्ट्रेलिया का सामना नामीबिया जैसी कमजोर टीम से हुआ था. 27 फरवरी को खेले गए इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी की और 50 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 301 रनों का भारी-भरकम स्कोर खड़ा कर दिया था. मैच में ऑस्ट्रेलिया के 3 बल्लेबाजों ने नामीबिया के खिलाफ अर्धशतक लगाए थे. ऑस्ट्रेलिया से मिले 302 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी नामीबिया की टीम ने मैदान पर आते ही आत्म-समर्पण कर दिया. ऑस्ट्रेलिया के पहाड़ जैसे स्कोर के जवाब में नामीबिया की पूरी टीम 14 ओवर यानि कुल 84 गेंदों में ही 45 रन बनाकर सिमट गई. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए इस मैच में नामीबिया के 4 बल्लेबाज तो अपना खाता भी नहीं खोल पाए थे. जबकि केवल एक बल्लेबाज ही दहाई का आंकड़ा छूते हुए सर्वाधिक 10 रनों की पारी खेल पाया था.
2. जिम्बाब्वे
साल 2017 में अफगानिस्तान क्रिकेट टीम जिम्बाब्वे के दौरे पर गई थी, जहां दोनों टीमों के बीच वनडे मैचों की भी सीरीज खेली गई थी. 26 फरवरी को खेले गए सीरीज के 5वें मैच में अफगानिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 253 रनों का स्कोर खड़ा कर दिया था. अफगानिस्तान के 253 रनों के जवाब में लक्ष्य का पीछा करने आई जिम्बाब्वे की पारी में बारिश ने खलल डाल दिया. जिसके बाद मैच को 22 ओवरों का कर दिया गया था. जिम्बाब्वे को अब मैच जीतने के लिए 22 ओवर में 161 रनों का लक्ष्य दिया गया था. जिम्बाब्वे की शुरुआत काफी खराब रही थी जो समय रहते नहीं संभल पाई और नजीतन 161 रनों के लक्ष्य का पीछा करने आई जिम्बाब्वे की पूरी टीम 13.5 ओवर यानि 83 गेंदों में ही 54 रन बनाकर ऑलआउट हो गई. इस मैच में अफगानिस्तान ने जिम्बाब्वे को डकवर्थ लुइस नियम के हिसाब से 106 रनों से हरा दिया था.
1. अमेरिका
साल 2020 यानि इसी साल खेले गए आईसीसी मेन्स क्रिकेट वर्ल्ड लीग के 30वें मैच में अमेरिका और नेपाल आमने-सामने थे. 12 फरवरी को खेले गए इस मैच में दोनों टीमों ने मिलकर कुल 17.2 ओवर का गेम खेला था और 71 रन बनाए थे. वनडे क्रिकेट इतिहास में दोनों टीमों द्वारा बनाया गया ये सबसे कम स्कोर था. नेपाल और अमेरिका के बीच हुए इस मैच में 12 विकेट गिरे थे. अमेरिका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए महज 12 ओवर यानि कुल 72 गेंदों की पारी खेली और 35 रन बनाकर ढेर हो गई थी. नेपाल के खिलाफ अमेरिका का केवल एक ही बल्लेबाज दहाई के आंकड़े को छू पाने में सफल रहा था. जबकि 4 बल्लेबाज तो खाता भी नहीं खोल सके थे. अमेरिका के 35 रनों के जवाब में नेपाल ने 5.2 ओवर में 2 विकेट के नुकसान पर 36 रन बनाकर लक्ष्य हासिल कर लिया और 8 विकेट से जीत दर्ज की थी.