कैसे बदल गए दिल्ली में कोरोना के हालात, क्या है एंटीजन टेस्ट जिससे मिली सफलता
नई दिल्ली : देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति जून के मुकाबले अब बेहतर है। मई महीने के बाद से ही दिल्ली में लगातार केस की संख्या बढ़ती जा रही थी। आलम यह था कोरोना मरीजों का आंकड़ा रोजाना दो से तीन हजार के पास पहुंचने लगा था। राजधानी में बिगड़ते हालात को देख केंद्र सरकार भी हरकत में आई। इसके बाद राज्य सरकार के साथ मिलकर उसने इस जंग से लड़ने के लिए नई रणनीति तैयार की। इस रणनीति का एक हिस्सा एंटीजन टेस्ट करना भी था।
कैसे सुधरे देश की राजधानी में हालात
दरअसल दिल्ली में जून महीने की 18 तारीख तक हालात काबू में नहीं थे। इस दौरान कभी भी 10 हजार से ज्यादा टेस्ट नहीं हुए, लेकिन इसके अगले ही दिन देश की राजधानी में 13 हजार मरीजों की टेस्टिंग हुई। इसके पीछे की वजह थी एंटीजन टेस्ट। यही कारण है कि 30 जून तक दिल्ली में हर 10 लाख आबादी में से 27 हजार 986 व्यक्तियों की टेस्टिंग की गई थी, जिसकी संख्या 22 जुलाई तक बढ़कर 45 हजार 861 पहुंच गई।