नई शिक्षा नीति से नई पीढ़ी बनेगी आत्मनिर्भर : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई शिक्षा नीति को लोगों की आकांक्षाओं की अभिव्यक्ति बताते हुए कहा कि इससे लोगों की मानसिकता बदलने और युवा पीढ़ी को आत्मनिर्भर बनाने और देश को शिक्षा का ‘ग्लोबल हब’ बनाने में मदद मिलेगी।
यह चौथा हैकथॉन है जिसके फाइनल में 10 हजार छात्र भाग ले रहे हैं।
मोदी ने यहां स्मार्ट इंडिया हैकथॉन के ग्रैंड फिनाले को संबोधित करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति में देश के युवा पीढ़ी को नौकरी खोजने वाले युवक बनाने की जगह नौकरी देने वाले युवक बनाने पर बल दिया जाएगा और इससे आत्मनिर्भर भारत बनाने में मदद मिलेगी। युवाओं को अब नौकरी ही नहीं करनी है बल्कि उन्हें खुद भी आत्मनिर्भर बनना है।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति केवल दस्तावेज नहीं है बल्कि यह लोगों की आकांक्षा की अभिव्यक्ति है और 21वीं सदी में लोगों की जरूरतों को पूरा करने का अवसर भी देता है। मोदी ने कहा कि पहले छात्र अपने मन का विषय नहीं पढ़ पाते थे और उन पर दूसरे विषय पढ़ने का दबाव बना रहता था लेकिन अब छात्र अपने मनपसंद विषय पढ़ेंगे और उनमें आत्मविश्वास पैदा होगा।
मोदी ने यह भी कहा कि नई शिक्षा नीति में मल्टीपल एंट्री और मल्टीपल एग्जिट की भी बात कही गई है तथा मल्टी डसिप्लिनस्परी पढ़ाई भी जोर दिया गया है। इस संबंध में उन्होंने रवींद्र नाथ टैगोर और लियोनाडरे दा विंची की बहुविषय प्रतिभा का भी जिक्र किया।
इससे पहले श्री मोदी ने स्मार्ट इंडिया हैकथॉन के फाइनल में 40 केंद्रों पर भाग ले रहे छात्रों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए उनसे प्रॉब्लम तथा सॉल्यूशन के बारे में बातचीत की। देश में स्वास्थ्य की समस्याओं पर एक छात्रा से बातचीत में उन्होंने जानकारी दी कि अब गांव के स्वास्थ्य केंद्रों को देश के बड़े अस्पतालों से जोड़ने का काम चल रहा है।