भिवंडी इमारत हादसा: मरने वालों की संख्या बढ़कर 37 हुई, जारी है रेस्क्यू ऑपरेशन
महाराष्ट्र के भिवंडी में तीन मंजिला इमारत के ढहने के कारण हुए हादसे में मरने वालों की संख्या में और इजाफा हुआ है। 12 और लोगों के शव बरामद होने के बाद मरने वालों की संख्या बुधवार को बढ़कर 37 हो गई। पुलिस ने बताया कि मृतकों में 15 बच्चे भी शामिल हैं, जिनकी उम्र दो साल से लेकर 15 वर्ष के बीच है। अधिकारी ने बताया कि अभी तक 25 लोगों को मलबे से जिंदा बाहर निकाला गया है। इन लोगों को भिवंडी और ठाणे के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश के बावजूद भी खोज अभियान रातभर जारी है। डिजास्टर मैनेजमेंट सेल ने दावा किया है कि आज शाम तक रेस्क्यू ऑपरेशन का काम पूरा हो जाएगा। अब भी मलबे में कम से कम दस लोगों के फंसे होने की आशंका है। एक अधिकारी के मुताबिक, मलबे से निकले शवों की हालत बेहद खराब थी, क्योंकि वे 50 घंटे से अधिक समय से उसमें दबे थे।
अधिकारी ने बताया कि 43 वर्ष पुरानी ‘जिलानी बिल्डिंग’ सोमवार तड़के तीन बजकर 40 मिनट पर ढह गई थी। इमारत में 40 फ्लैट थे और करीब 150 लोग यहां रहते थे। भिवंडी, ठाणे से करीब 10 किलोमीटर दूर स्थित है। उन्होंने बताया कि इमारत गिरने के मामले में नगर निकाय के दो अधिकारियों को निलंबित किया गया है और इमारत के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
धमनकर नाका के पास नारपोली में ‘पटेल कम्पाउंड स्थित इमारत जब ढही, उस समय उसमें रहने वाले लोग सो रहे थे। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और ठाणे आपदा मोचन बल (टीडीआरएफ) के कर्मी मौके पर मौजूद हैं और खोज अभियान जारी है। अधिकारी ने बताया कि यह इमारत भिवंडी-निजामपुर नगर निगम की जीर्ण-शीर्ण इमारतों की सूची में शामिल नहीं थी।