फ्रांस के राष्ट्रपति के खिलाफ भोपाल- मुंबई में प्रदर्शन, कांग्रेस विधायक समेत 2000 पर मुकदमा दर्ज
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रैली निकालने वालों पर सख्त ऐक्शन की बात कही .

नईदिल्ली / N I / देश में फ्रांस में हुयी घटना को लेकर प्रदर्शन शुरू हो चुके है . इसी बात को लेकर फ्रांस के राष्ट्रपति के खिलाफ भोपाल के इकबाल मैदान में बड़ी रैली निकाली गई. कांग्रेस के विधायक आरिफ मसूद ने इस रैली का आयोजन किया. सोशल मीडिया के जरिए हजारों की भीड़ इकबाल मैदान में जुटाई गई, जहां मैक्रों के पुतले जलाए गए. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना काल में बिना इजाजत इस तरह की रैली निकालने वालों पर सख्त ऐक्शन की बात कही है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘मध्य प्रदेश शांति का टापू है. इसकी शांति को भंग करने वालों से हम पूरी सख्ती से निपटेंगे. इस मामले में 188 IPC के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है. किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा, फ्रांस में पैगंबर मोहम्मद के कार्टून और फ्रांसीसी राष्ट्रपति की टिप्पणी को लेकर मुस्लिम देशों में जारी विरोध-प्रदर्शन की आंच भारत तक पहुंच गई है. भोपाल में जहां कांग्रेस विधायक के नेतृत्व में फ्रांस के खिलाफ विशाल रैली निकाली गई, वहीं मुंबई के भिंडी बाजार में रातोंरात सड़कों पर फ्रांसिसी राष्ट्रपति के पोस्टर चिपका दिए गए. शुक्रवार सुबह वाहन मैक्रों के पोस्टर को रौंदते हुए नजर आए. इस बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रैली निकालने वालों पर सख्त ऐक्शन की बात कही है. बता दें कि नीस में गुरुवार को हुए हमले पर बाकी देशों के साथ पीएम मोदी ने भी फ्रांस के साथ आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता जताई है.
मुंबई में फ्रांस के राष्ट्रपति इम्मैन्युअल मैक्रों के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है. पैगंबर मोहम्मद के कार्टून को लेकर शुरू हुए विवाद और उसके बाद के घटनाक्रमों को लेकर प्रदर्शन हो रहा है. फ्रांस में हुए हमले को ‘इस्लामिक आतंकी हमला’ कहने को लेकर मैक्रों के पोस्टर को सड़क पर लगाकर उन्हें पैरों तले रौंदा जा रहा है. यह विरोध ऐसे वक्त में हो रहा है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के नीस शहर में हुए आतंकी हमले समेत हालिया हमलों की निंदा की है. वहीं विदेश मंत्रालय ने भी मैक्रों के ऊपर हो रहे हमलों की निंदा करते हुए कहा कि आतंक के खिलाफ लड़ाई में भारत फ्रांस के साथ है. महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की सरकार ने मामले पर चुप्पी साध ली है.
वहीं शिवराज सरकार द्वारा कार्रवाई की बात पर कांग्रेस विधायक मसूद ने रैली निकालने का बचाव किया. मसूद ने कहा, ‘फ्रांस के राष्ट्रपति ने जो हमारे धर्मगुरु और मजहब के बारे में टिप्पणी की, हमने उसका विरोध किया है. किसी का मजहब इजाजत नहीं देता कि किसी के धर्मगुरु के खिलाफ टिप्पणी की जाए. उन्होंने जो टिप्पणी की और कार्टून बनाया हमने उसका विरोध किया.’ उन्होंने कहा कि वह किसी भी कार्रवाई के लिए तैयार हैं.