वन विहार राष्ट्रीय उद्यान जू भोपाल में स्वतंत्र रूप से विचरण करने वाले और बाड़ों में रखे गए शाकाहारी वन्य-प्राणियों की गणना की गई, जिसमें 1652 वन्य-प्राणी पाये गये। संचालक वन विहार श्री एच.सी. गुप्ता ने बताया कि इस साल 24, 25 और 26 फरवरी को की गई गणना में स्वतंत्र विचरण करने वाले 1516 वन्य-प्राणी पाये गये। इनमें 522 चीतल, 362 सांभर, 81 नील गाय, 90 जंगली सुअर, 257 मोर, 51 सियार, 60 लंगूर, 71 काले हिरण, 3 चौसिंगा, 3 सेही, 11 बारासिंगा, 3 जंगली बिल्ली और एक-एक चिंकारा एवं पेगोलिन शामिल हैं। श्री गुप्ता ने बताया कि पिछले 3 वर्ष में चीतल, जंगली सुअर, मोर, लंगूर आदि की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। वन विभाग ने इस साल अब तक 38 चीतल गांधी सागर मंदसौर और सिवनी अभयारण्य स्थानांतरित किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि बारासिंगा, घड़ियाल और पहाड़ी कछुओं की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हुई है।
130 अन्य वन्य-प्राणी हैं मौजूद
वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में 3 सिंह, 13 बाघ, 1 सफेद बाघ, 10 तेन्दुआ, 20 भालू, 1 हायना, 13 मगर, 2 गौर (वायसन), 28 पहाड़ी कछुआ, 33 जलीय कछुआ और 6 घड़ियाल पाये गये।
क्वारेंटाइन सेंटर में हैं 6 वन्य-प्राणी
वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में 6 वन्य-प्राणी क्वारेंटाइन सेंटर में रखे गये हैं। इनमें 1 तेन्दुआ और 5 अफ्रीकन कछुआ (कोर्ट केस) पाये गये।