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कोरोना वायरस के इलाज के लिए आई दवाई, 103 रुपये की है एक गोली

ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स (Glenmark pharmaceuticals) ने कोविड-19 (Covid-19) से मामूली रूप से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए एंटीवायरल दवा फेविपिराविर (Favipiravir) को फैबिफ्लू (FabiFlu) ब्रांड नाम से पेश किया है। कंपनी ने शनिवार को यह जानकारी दी। बता दे, स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में शनिवार को कोरोना वायरस के एक दिन में रिकॉर्ड 14 हजार 516 मामले सामने आए। अब देश में इस महामारी से संक्रमित लोगों की संख्या 3 लाख 95 हजार 48 हो गई है। यह महामारी अब तक 12 हजार 948 लोगों की जान ले चुकी है।

मुंबई की कंपनी ने शुक्रवार को कहा था कि उसे भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीजीसीआई) से इस दवा के निर्माण और मार्केटिंग की अनुमति मिल गई। कंपनी ने कहा कि फैबिफ्लू कोरोना वायरस (Coronavirus) के इलाज के लिए फेविपिराविर दवा है, जिसे मंजूरी मिली है।

ग्लेमार्क फार्मास्युटिल्स के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक ग्लेन सल्दान्हा ने कहा, ‘यह मंजूरी ऐसे समय मिली है जबकि भारत में कोरोना वायरस के मामले पहले की तुलना में अधिक तेजी से बढ़ रहे हैं। इससे हमारी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली काफी दबाव में है।’ उन्होंने उम्मीद जताई कि फैबिफ्लू जैसे प्रभावी इलाज की उपलब्धता से इस दबाव को काफी हद तक कम करने में मदद मिलेगी।

सल्दान्हा ने कहा कि क्लिनिकल परीक्षणों में फैबिफ्लू ने कोरोना वायरस के हल्के संक्रमण से पीड़ित मरीजों पर काफी अच्छे नतीजे दिखाए। उन्होंने कहा कि इसके अलावा यह खाने वाली दवा है जो इलाज का एक सुविधाजनक विकल्प है।

उन्होंने कहा कि कंपनी सरकार और चिकित्सा समुदाय के साथ मिलकर काम करेगी ताकि देशभर में मरीजों को यह दवा आसानी से उपलब्ध हो सके। यह दवा चिकित्सक की सलाह पर 103 रुपये प्रति टैबलेट के दाम पर मिलेगी। उन्होंने कहा कि पहले दिन इसकी 1800 Mg की दो खुराक लेनी होगी। उसके बाद 14 दिन तक 800 Mg की दो खुराक लेनी होगी। ग्लेनमार्क फार्मा ने कहा कि मामूली संक्रमण वाले ऐसे मरीज जो मधुमेह या दिल की बीमारी से पीड़ित हैं, उन्हें भी यह दवा दी जा सकती है।

इससे पहले भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने आपात स्थिति और कोविड-19 के लिए जरूरी चिकित्सा आवश्यकता पर विचार करते हुए त्वरित अनुमति प्रक्रिया के तहत घरेलू कंपनी ग्लेनमार्क फार्मास्यूटिकल्स को ‘फैविपिराविर’ की गोली (200 Mg) बनाने और बेचने की इजाजत दी थी।

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