विकास के नाम पर केवल बंदरबांट… कांग्रेस ने लगाए गम्भीर आरोप
पत्रकार वार्ता में मुखर हुए कांग्रेस नेता
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित पत्रकार वार्ता में भाजपा के क्रियाकलापों और कार्यकाल को लेकर जबरदस्त हमला बोला है जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 1.5 दशक की ऊपर की काल अवधी में जबलपुर नगर निगम ने भाजपा शासित नगरीय इकाई के अंतर्गत अपने विकास की यात्रा तय की है। इससे पूर्व वर्ष 2003-04 में आदरणीय विश्व नाथ दुबे जी कांग्रेस की ओर से महापौर निर्वाचित हुए थे। इस भाजपा शासित कार्यकाल में जबलपुर नगर का व्यवस्थित विकास नहीं हो पाया। वर्तमान भाजपा महापौर के कार्यकाल में भी विकास के नाम पर केवल बंदर बाट और भ्रष्टाचार पनपा है। शासकीय निविदा में भ्रष्टाचार एवं मूल भूत सुविधाओं की कमी से संपूर्ण नगर त्रस्त है।
ज्ञात हो कि भाजपा के महापौर प्रत्याशी म.प्र. नर्सिग होम एसोसियसन एवं सगठित प्राईवेट अस्पतालों के मुखिया के रूप में करोना काल में पदस्थ रहते हुए जनता की सेवार्थ लापता रहे। उस त्रासदी के लंबे समय में जब भी भाजपा प्रत्याशी का नाम आया और वह अज्ञात वास से बाहर आए तो केवल विवादों से घिरे रहे। चोरी लूटपाट और नकली रेमडेसिफर मामले में भाजपा एवं उसके अनुसांगिक संगठनों से इस पूरे विवाद के तार जुड़ते नज़र आए। जब लाशो पर कफन नही थे, साँस लेने के लिए ऑक्सीजन सिलेन्डर नही थे, भर्ती होने के लिए पलंग नहीं थे और जनता को इलाज के नाम पर लूटा जा रहा था तब भाजपा प्रत्याशी गुफा में घुसे हुए थे। एक आकंड़े के मुताबिक कोरोना प्रभावित केवल 10% आबादी ही शासकीय सुविधा का लाभ उठा सकी बाकी आबादी निजी सुविधा के बढ़े चिकित्सकीय खर्च की चपेठ में आई. यह सब कैसे हुआ? यही समझने की कोशिश करें तो संगठित प्राईवेट अस्पतालों के मुखिया के रूप में पद का दुरूपयोग कर मध्यम वर्गीय गरीब जनता को कमाई का जरिया बनाया गया।
दूसरी ओर कांग्रेस प्रत्याशी श्री जगत बहादुर ‘अन्नू’ आम जनता के बीच कोरोना काल के चलते सड़को पर मूल भूत सुविधाओं के लिए संघर्ष करते नजर आऐ। अब जनता को निर्णय लेना है कि एक जन हितैषी प्रतिनिधि चुने या जन विरोधी । विगत वर्षो में नगर निगम जबलपुर ने भाजपा के तीन महापौर कार्यकाल देखे हैं, इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी एवं UPA की सरकार द्वारा जबलपुर के चरण बद्ध विकास के लिए कई बार अर्बन डेवलपमेंट फंड की विपुल धन राशि दी गई। इस धन राशि का क्या हुआ? शहर की जनता ये जानना चाहती है. कि पूर्व में आए शहरी विकास के लिए इस फंड का कहां उपयोग हुआ। हमारा आरोप है कि यह सारी धन राशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दी गई।
जबलपुर शहर के हृदय स्थल को क्षतिग्रस्त करके पिछले दो वर्षो से स्मार्टसिटी की योजनाओं के नाम पर जबलपुर में गोल बाजार, शहीद स्मारक जैसे व्यस्त इलाकों में अराजकता फैली हुई है जिससे शहर वासियों को असहनीय दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दिनांक 29 जून 2022 को हुई 3 इंच बारिश ने नगर निगम द्वारा भाजपा कार्यकाल में हुए विकास की पोल खोल दी। विकास का आलम यह था कि बहुत तेजी से और कई जगहो पर यह विकास सड़को पर बहता हुआ मिला एवं लोगों के घरों तक में यह विकास पलंग-पलंग तक घुस गया।
भाजपा केन्द्र एवं राज्य सरकार दोनो ही स्तरों पर होने के बावजूद भी मेडीकल कॉलेज का काम भाजपा शासित नगर निगम पूर्ण नहीं करा सका, इस भवन का आंशिक भाग आज भी अपूर्ण है, जिस कारण से लगभग सौ से अधिक मेडीकल परीक्षार्थियों को मेडीकल की परीक्षा से सीट न बढ़ पाने के कारण वंचित रहना पड़ा।
पिछले वर्ष ग्रीष्म काल में नर्मदा जल की आपूर्ति 60% शहर को नहीं हो पाई यह आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस के प्रत्याशी वचन बद्ध हैं। कांग्रेस प्रत्याशी जगत बहादुर सिंह “अन्नू जी द्वारा ट्रेनिंग प्रोग्राम कराने और इस माध्यम से प्रति वर्ष 500 बेरोजगारों को रोजगार दिलाने का संकल्प लिया गया है। माँ नर्मदा में डंप किये जा रहे गंदे नालों का पानी नर्मदा जी में मिलने से रोका जाएगा। ग्रे वाटर रूल्स का पालन करते हुए प्रमुख नालों पर सीवेज ट्रीटमेन्ट प्लांट बनाये जाएँगे। जबलपुर में शत प्रतिशत घरों में शुद्ध नर्मदा पेय जल उपलब्ध कराना कांग्रेस प्रत्याशी की प्राथमिकता होगी। अतः आने वाली 6 तारीख को जबलपुर के नागरिक उपरोक्त समस्त बातों का ध्यान रखते हुए गंभीरता से विचार कर के सही प्रत्याशी को वोट दें एवं कांग्रेस के पक्ष में प्रचंड मतदान करके भाजपा की राजशाही को हटायें एवं कांग्रेस के जन प्रत्याशी को विजय बनाए ।
इस पत्रकार वार्ता में विधायक विनय सक्सेना, मीडिया प्रभारी समन्वयक रोहित नायक ,मनोज सेठ, प्रवक्ता राजा पांडेय सहित अन्य कांग्रेसी नेता मौजूद रहे ।