DPM को फंसाने की सियासत पड़ी भारी..अब आशा कार्यकर्ता पर स्वास्थ्य विभाग कराएगा FIR
जबलपुर का विक्टोरिया अस्पताल पिछले कुछ समय से सियासत का अड्डा बन गया है । यहां पदस्थ DPM को घेरने के लिए पूर्व से ही कई प्रपंच रचे जा रहे हैं । विभाग के ही कुछ हरिराम दुसरो को मोहरा बना अपनी ईर्ष्या और भड़ास निकालने नए नए प्रपंच रच मुद्दों को हवा देने का कार्य कर रहे हैं ।
इस बार आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से DPM की फर्जी शिकायत कर प्रपोगंडा रचा गया । DPM के राष्ट्रवादी विचारधारा से जुड़े होने कारण इस बार सोशल मीडिया में एक पार्टी के प्रत्याशी को वोट न देने के आवाहन की बात को लेकर खबर चलाई गई इसके साथ ही अजाक में भी शिकायत की बात की गई एवं अस्पताल परिसर में बड़ी संख्या में आशा कार्यकर्ताओं को एकत्र कर नारेबाजी की गई, तथा कई गम्भीर आरोप लगाए गए । सोशल मीडिया पर खबर चलते ही जिला प्रशासन एक्टिव मोड़ पर आ गया ।
◆ इस सम्पूर्ण घटनाक्रम के परिपेक्ष्य में जो सत्य है वो इस प्रकार है ।
प्रशासन के अनुसार जिले में मातृ मृत्यु एवं शिशु मृत्यु दर कम करने के लिए कलेक्टर जबलपुर डा इलैया राजा टी के निर्देशन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रत्नेश कुरारिया एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक विजय पाण्डेय द्वारा सभी स्वास्थ्य कार्यक्रम की गहन समीक्षा की जा रही है। जबलपुर शहरी क्षेत्र में समीक्षा मैं पाया गया कि स्वास्थ्य योजनाओं का क्रियान्वयन ठीक नही है। आशा पोर्टल में अधिक आशा कार्यकर्ता दर्ज है लेकिन वास्तविक फील्ड में कम आशा काम कर रही है। साथ ही आशा कार्यकर्ताओं की नियम विरुद्ध फर्जी भर्ती एवं बिना काम किए इंसेंटिव दिए जाने की भी विगत समय से शिकायते आ रही थीं जिसका फिजिकल वेरिफिकेशन की जिम्मेदारी डीपीएम श्री विजय पांडेय को दी गई है। इस जांच को प्रभावित करने एवं अधिकारियों को डराकर जांच रोकने के लिए आशा कार्यकर्ता पूजा कनोजिया द्वारा श्री विजय पाण्डेय की निराधार झूठी शिकायत अजाक्स थाने में की जा रही हैं।
फर्जी आशा कार्यकर्ता पूजा कनोजिया द्वारा जिला चिकित्सालय में आदर्श आचार संहिता धारा 144 का खुला उल्लंघन किया गया है बिना किसी सक्षम अनुमति के जिला चिकित्सालय साइलेंट जोन में बड़ी संख्या में आशा कार्यकर्ताओं को एकत्रित कर धरना प्रदर्शन कर धारा 144 का उल्लंघन किया गया है जिसकी शिकायत विक्टोरिया में इलाजरत मरीजों के परिजन द्वारा शिकायत की गई है इनके द्वारा अस्पताल में 108 एम्बुलेंस को भी रोकने के प्रयास किए गए एवं अस्पताल के प्रमुख रास्तों और दरवाजों मैं धरना देकर घेराव किया जिससे गंभीर प्रकृति के मरीजों को इलाज मैं परेशानी का सामना करना पड़ा मरीजों की जान जोखिम में डालने का कृत्य करने पर आशा पूजा कनोजिया के विरुद्ध FIR दर्ज करा कर नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही प्रस्तावित की जा रही है ।
बहरहाल जो भी हो पर इस बार DPM को घेरने की सियासत उल्टी पड़ गई , इस सम्पूर्ण घटनाक्रम और उससे जुड़े तमाम मुद्दों पर जिले के कलेक्टर डॉ इलैया राजा टी ने संज्ञान लिया है और अब शायद कइयों की कलई खुलने का अंदेशा है ।