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ग्वालियर सायबर क्राईम सेल ने युवती के खाते से आठ लाख रूपये निकालने वाले दो ठगो को किया गिरफ्तार

ग्वालियर

वर्तमान समय हो रहे सायबर अपराधों के चलते मप्र पुलिस की सायबर सेल अलर्ट मोड पर है । इसी तारतम्य में ग्वालियर पुलिस ने सफलता प्राप्त की है ।विगत दिनों एक युवती द्वारा पुलिस अधीक्षक ग्वालियर अमित सांघी, के समक्ष एक शिकायती आवेदन पत्र प्रस्तुत करते हुए कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा धोखे से ओटीपी मांगकर युवती की नेट बैकिंग चालू कर एक लाख रूपये निकाले जाने एवं युवती के नाम पर सात लाख रूपये का लोन लेकर उसके अपने खाते में ट्रांसफर किये जाने की शिकायत की। युवती की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ग्वालियर द्वारा अति. पुलिस अधीक्षक शहर-पूर्व/अपराध राजेश डण्डोतिया को उक्त शिकायत की जांच क्राईम ब्रांच की सायबर क्राईम टीम से कराते हुए उक्त ठगों की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया गया।

अति. पुलिस अधीक्षक शहर-पूर्व/अपराध के निर्देशानुसार कार्य करते हुए थाना प्रभारी क्राईम ब्रांच निरी. नरेश गिल द्वारा उक्त शिकायत पर से अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध प्रकरण पंजीबद्ध करते हुए क्राईम ब्रांच की सायबर क्राईम टीम को कार्यवाही हेतु लगाया गया। दौराने विवेचना क्राईम ब्रांच की सायबर क्राईम टीम को ज्ञात हुआ कि युवती के खाते से निकाले गये रूपये कोलकाता(प.बंगाल) के एक खाता धारक के खाते में ट्रांसफर किये गये है। उक्त सूचना पर से सायबर क्राईम टीम द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते हुए एक टीम को कोलकाता(प.बंगाल) के लिये रवाना किया गया। पुलिस टीम द्वारा कोलकाता(प.बंगाल) पहुंचकर आठ दिवस तक आरोपियों की तलाश की गई तद्उपरांत पुलिस टीम द्वारा उक्त प्रकरण के दो आरोपियों को पकड़ लिया गया। पकड़े गयेे आरोपियों से पूछताछ करने पर उन्होने बताया कि वह मूलतः बिहार के रहने वाले है व काफी समय से कलकत्ता में रह रहे है। दोनो आरोपीगणो की कलकत्ता व बैरकपुर में ऑनलाइन कियोस्क की दुकाने है। उक्त दोनों आरोपीगण फ्रॉड के जरिये ट्रांसफर की गई राशि को बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर अन्य आरोपीगणों को उपलब्ध कराया करते थे। उक्त आरोपीगणों की निशादेही पर पुलिस टीम द्वारा उनके पास 31 डेविट कार्ड व क्रेडिट कार्ड, आठ मोबाइल फोन, क्यूआर कोड स्कैनर, थम्ब इम्प्रेशन मशीन, कार्ड स्वैप मशीन, 17,000 रुपये नगद को बरामद किया जाकर विधिवत् जप्त किया गया। क्राईम ब्रांच की सायबर क्राईम टीम द्वारा दोनों आरोपियों के बैंक खातो के स्टेटमेंट्स का अवलोकन किया जा रहा है साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि फरियादिया से बिना वैरीफिकेशन किये बिना उनको लोन किस प्रकार स्वीकृत किया गया। इस संबंध में भी दोनों आरोपियों से पूछताछ की जारही है।

ज्ञात हो कि विगत दिनों फरियादिया द्वारा पुलिस अधीक्षक ग्वालियर के समक्ष उपस्थित होकर एक शिकायती आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया था। जिसमें उसने अज्ञात व्यक्तियों द्वारा प्रोटेक्शन स्कीम व लोन स्कीम के नाम पर ओटीपी लेकर खाते से आठ लाख रूपये निकाले जाना उल्लेख किया गया था। फरियादिया द्वारा बताया गया था कि उक्त व्यक्तियों द्वारा उसके बैंक खाते के जरिये लोन निकाल कर उसके अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया गया। इस पर से एसपी ग्वालियर के निर्देश पर क्राईम ब्रांच की सायबर क्राईम सेल द्वारा अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 53/22 धारा 420 भादवि 66(सी), 66(डी) आईटी एक्ट का प्रकरण पंजीबद्ध किया जाकर विवेचना मे लिया गया था।

◆ ये सामग्री हुई जप्त:   31 डेविट कार्ड व क्रेडिट कार्ड, आठ मोबाइल फोन, क्यूआर कोड स्कैनर, थम्ब इम्प्रेशन मशीन, कार्ड स्वैप मशीन, 17 हजार रुपये नगद।

सराहनीय भूमिकाः उक्त ठगों को पकड़ने में क्राईम ब्रांच की निरी. वर्षा सिंह, उनि. धर्मेन्द्र शर्मा, हरेन्द्र सिंह राजपूत, कीर्ति अजमेरिया, प्रआर. भगवती सोलंकी, आर. सुमित सिंह भदौरिया, श्याम मिश्रा, शिवशंकर शर्मा, ओमशंकर सोनी, गौरव पवार, सुनील शर्मा, नवीन पाराशर, कपिल पाठक, आकाश पाण्डे, मआर0 सुनीता कुशवाहा की सराहनीय भूमिका रही।

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