एमपी कांग्रेस के नेता ने शेयर की “भारत जोड़ो यात्रा” की ‘फर्जी’ भीड़ की तस्वीरें’ पोल खुलते डिलीट कर दिया… नेटिजन्स ने किया करेक्ट
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जितेंद्र सिंह पटवारी उर्फ़ जीतू पटवारी ने अपने नेता राहुल गाँधी का महिमामंडन करने के चक्कर में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की झूठी तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी। इस तस्वीर को साझा करते हुए उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस नेता राहुल गाँधी की यात्रा में भारी जन-सैलाब उमड़ पड़ा है। जीतू पटवारी ने लिखा कि, ‘जन-सैलाब उमड़ पड़ा है, पूरा भारत चल पड़ा है।’ और दावा किया कि कर्नाटक के बेल्लारी में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के लिए भारी भीड़ जमा हुई थी। इसके साथ ही साथ ही जीतू पटवारी ने ‘सुप्रभात’ और ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का हैशटैग भी लगाया है। हालाँकि, पोल खुलते ही पटवारी ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया है।
यूजर्स ने तस्वीर की छानबीन शुरू की और बताया कि मूल रूप से फोटो नाइजीरिया में शूट की गई थी। इसका कांग्रेस पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान नहीं ली गई। तस्वीर की फैक्ट-चेकिंग करते हुए एक सोशल मीडिया यूजर ने उन आर्टिकल की तस्वीरें पोस्ट की, जिनसे पता चलता है कि ये तस्वीरें वास्तव में नाइजीरिया में अज़ुसा स्ट्रीट रिवाइवल धर्मयुद्ध के दौरान ली गई थी। ये तस्वीरें नाइजीरिया में हुई ‘Azusa Street Revival crusade’ की है। ये 2019 में हुआ एक विरोध प्रदर्शन था। इसी तस्वीर को एडिट कर के कॉन्ग्रेस के पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर कर दिया। जिन प्रदर्शनों की ये तस्वीर है, वो ईसाई मजहब से सम्बंधित है और एक पादरी द्वारा आयोजित की गई थी जबकि एक अन्य यूजर ने पार्टी नेता पर कटाक्ष करते हुए कहा, “उन्हें नहीं पता कि रिवर्स इमेज सर्च जैसा कुछ है।” “और यहां ट्वीट करते हैं और डिलीट कर देते हैं।”
केवल मध्य प्रदेश की नेता ने गलत तस्वीर ट्वीट नहीं की बल्कि कांग्रेस की नेशनल कॉर्डिनेटर रितु चौधरी ने भी इसी दावे के साथ दो तस्वीरें पोस्ट की। चौधरी ने ट्वीट किया, “राहुल गांधी इतिहास रच रहे हैं। कर्नाटक में भीड़ की सुनामी।” हालांकि उन्होंने भी ट्वीट को अब हटा दिया है।
जितेंद्र पटवारी ने अपनी गलती दोहराई
जीतू पटवारी ने 16 अक्टूबर को पोस्ट किए गए अपने तथ्यात्मक रूप से गलत ट्वीट को हटाने के बाद, उन्होंने 17 अक्टूबर को फिर से उसी कैप्शन के साथ एक तस्वीर साझा की, “जनसैलाब उमड़ रहा है, पूरा भारत चल रहा है।” हालांकि, इस बार की तस्वीर पहले पोस्ट की गई तस्वीर से अलग थी। हालांकि, इस बार भी, वह तस्वीर का फैक्ट चैक करने से चूक गए क्योंकि वही तस्वीर कांग्रेस नेता मोहम्मद फ़िरोज़ खान ने 13 अक्टूबर, 2021 को साझा की थी, जिसमें दावा किया गया था कि यह फोटो तेलंगाना में आयोजित ‘विद्यार्थी निरुधोग सायरन’ (Vidyardhi Nirudhyoga Siren) की बैठक की थी।
सोशल मीडिया यूज़र्स मजे ले रहे हैं कि, राहुल गांधी भारत जोड़ने निकले थे, और उन्होंने नाइजीरिया को भी भारत में जोड़ दिया।
कांग्रेस का अपने नेताओं और कांग्रेस पार्टी के डूबते जहाज को बचाने के लिए तथ्यों को गढ़ने और उन्हें पेश करने का एक लंबा इतिहास रहा है। हाल ही में, कांग्रेस ने समाचार चैनल आज तक द्वारा एक नकली सर्वेक्षण साझा किया, जिसमें दावा किया गया कि राहुल गांधी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से अधिक लोकप्रिय हैं। इस पर बता दें कि, इससे पहले भी कांग्रेस के इस तरह के झूठ पकड़ा चुके हैं, जिसके सहारे पार्टी अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश करती है, लेकिन फिर पोल खुल जाती है। हाल ही में पार्टी ने ‘आज तक’ मीडिया चैनल के नाम से एक झूठा सर्वे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया था, जिसके आधार पर दावा किया गया था कि देश में राहुल गाँधी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अधिक लोकप्रिय हैं। पार्टी ने दावा कर दिया कि राहुल गाँधी की अप्रूवल रेटिंग 52 फीसद है, जबकि नरेंद्र मोदी 46 फीसद रेटिंग के साथ पीछे हैं। लेकिन, ‘आज तक’ ने खुद ही इस सर्वे को फर्जी बताते हुए फ़ौरन वापस लेने के लिए कहा था, जिसके बाद कांग्रेस ने बिना सफाई दिए या माफ़ी मांगे उस ट्वीट को डिलीट कर दिया था।