भविष्य में आधुनिक युद्ध की चुनौतियोके लिये मानसिक व शारीरिक रूप से सदैव तैयार रहे अग्निवीर फ़ौज की ट्रेनिंग कभी न भूलें :: ले.जनरल एमके दास
जबलपुर के प्रशिक्षण केंद्रो 1 सिग्नल ट्रेनिंग सेंटर, जम्मु व कश्मीर रायफल रेजिमेंटल सेंटर और ग्रेनेडियर रेजिमेंटल सेंटर मे चल रहे कुल 3000 अग्निवीर प्रशिक्षुओ को सम्बोधित किया,
जबलपुर के प्रशिक्षण केंद्रो 1 सिग्नल ट्रेनिंग सेंटर, जम्मु व कश्मीर रायफल रेजिमेंटल सेंटर और ग्रेनेडियर रेजिमेंटल सेंटर मे चल रहे कुल 3000 अग्निवीर प्रशिक्षुओ को ले जनरल एम के दास परम विशिष्ठ सेवा मेडल, बार टु सेना मेडल, विशिष्ठ सेवा मेडल जनरल ओफिसर कमांडिंग मध्य भारत एरिया ने सम्बोधित किया, जिसमे समस्त अधिकारी गण व प्रशिक्षण दल भी उपस्थित थे I जी ओ सी मध्य भारत एरिया ने समस्त अग्निवीर प्रशिक्षुओ को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारतीय सेना अग्निवीर योजना को सफल बनाने के लिये एकजूट होकर लगातार प्रयासरत है, इसके लिये मध्य भारत एरीया जबलपुर के समस्त प्रशिक्षण केंद्र प्रशिक्षण के लिये पुरी तरह से तैयार हो चुके है. हमारा मुख्य उद्देश्य जवानो को आज्ञाकारी, कुशल व स्वेच्छा से कार्य करने वाला सैनिक बनाना है I ज्ञात हो कि मध्य भारत एरिया मे लगभग 10000 अग्निवीर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है.
जी ओ सी ने बताया कि आप सभी भविष्य में आधुनिक युद्ध की चुनौतियोके लिये मानसिक व शारीरिक रूप से सदैव तैयार रहे और फौज की बेसिक सिखलाई कभी न भुले. सेना की ट्रेनिंग कठिन होती है क्योंकि प्र शिक्षण के दौरान बहाया गया पसीना युद्ध में खून बचाता है I हमारा मुख्य उद्देश्य अग्निवीरो को बराबर ट्रेनिंग देकर सभी को समान स्तर पर लाना है I आगे जी ओ सी ने बताया कि आपके सेना के चयन का निर्णय सराहनीय है क्योंकि यह संस्था आपका आजीवन साथ देती है और पुरा ख्याल रखती है. आप सभी भविष्य की चिंता न करे और ट्रेनिंग पर ध्यान दे I सेना का नेतत्व अग्निवीरोके दुसरे रोजगार हेतु भी लगातार प्रयास कर रही है, जिसमे पहला कदम लेते हुए सीमा सुरक्षा बल मे 10 प्रतिशत आरक्षण व दुसरी सफलता CAPF व असम रायफल्स में आरक्षण का प्रावधान किया गया है I हमारा भारत विकासशील देश से विकसित देश की तरफ तेजी से अग्रसर है जिसमे आप सभी का महत्वपुर्ण योगदान रहेगा. आप इसकी गम्भीरता को समझे व इस राष्ट्रीय अभियान का सकारात्मक हिस्सा बनने के लिये सदैव प्रयत्नशील रहे I हमारा उद्देश्य सेना में प्रशिक्षित होने के बाद आपके उज्ज्वल भविष्य के लिये आपको कार्य कुशल, अनुशासित व सकारात्मक मानसिकता युक्त राष्ट्र के लिये जिम्मेदार नागरिक बनाना है. जी ओ सी ने समस्त प्रशिक्षण दल को सम्बोधित करते हुए बताया कि “एक पत्थर की भी तकदीर संवर सकती है, शर्त ये है कि सलीके से संवारा जाय” I