सड़क पर बच्ची को मुसीबत में देख मदद को दौड़े सेना के जवान
✍️ विलोक पाठक / न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन
देश की सीमा हो या आम नागरिकों की सुरक्षा, भारतीय सेना हमेशा सतर्क रहती है। देश में कहीं भी जब हालात नहीं सँभलते तो सेना को इसलिए बुलाया जाता है कि वो विशेष परिस्थितियों में भी लोगों की सहायता के लिए जुट जाती है …
सेना की सहायता और समर्पण का साक्षात उदाहरण उस समय देखने को मिला, जब जबलपुर के सराफा बाजार में सड़क पर जा रहे साइकिल सवार के पीछे बैठी एक छोटी सी बच्ची का पैर चलते चके में फस कर घूम गया , जिससे वह गिर गई व दर्द से कराहने लगी । बच्ची की हालत देख वही से गुजर रहे, जैक रायफल रेजिमेंट के मेजर इंद्रनील वासु मजूमदार और उनकी टुकड़ी तुरंत मदद के लिए दौड़ पड़ी । उन्होंने उस बच्ची के पैर को तत्काल चके से बाहर निकाला एवं सीधा किया ,इसके बाद प्राथमिक उपचार किया तथा अपने वाहन से पानी निकालकर पिलाया । उनकी सेवा से बच्ची खड़ी हो गयी और उसे रवाना किया । राह चलते लोगों ने जब सेना के जवानों को ऐसा करते देखा तो उनके मुंह से उनके सम्मान के लिए अनेक शब्द निकल पड़े ।
न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन की टीम ने जब भारतीय सेना का धन्यवाद किया तो मेजर मजूमदार का कहना था कि देश के नागरिक किसी भी मुसीबत में हों, सेना हमेशा उनकी मदद के लिए तैयार रहती है । कोई मदद मांगे या ना मांगे परंतु सेना हमेशा नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है । उल्लेखनीय है कि मेजर मजूमदार और उनके साथ उनके मातहत जिनमें क्रमशः हवलदार सुभाष सिंह, RFN निखिल ,कमल थापा मौजूद थे , जो किसी ऑफिशियल वर्क से सराफा आए हुए थे। उसी समय उक्त घटना घटी ।
बहरहाल जो भी हो परंतु सेना के जवानों का सेवा भाव देखकर नागरिकों ने भी उन्हें सराहना दी एवं दिल से सैल्यूट किया ।
“जय हिंद जय हिंद की सेना”