सेंट्रल GST के डिप्टी कमिश्नर रैंक के रिश्वतखोर अधिकारी सहित सहयोगी 7 दिन की CBI रिमांड पर
सीबीआई ने आरोपियों के घर और ऑफिस से लगभग 80 लाख रूपये बरामद किये
◆ VILOK PATHAK
न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन / जबलपुर / CBI ने एक GST Central के डिप्टी कमिश्नर रैंक के अफसर समेत उसके सहयोगी चार कर्मचारियों को रंगे हाथ दबोंचा। इन लोगों ने गुटखा कंपनी से 1 करोड़ की रिश्वत की डिमांड की थी।
बताया जाता है कि राजस्थान के रहने वाले त्रिलोक चंद सेन ने सीबीआई से शिकायत की थी, कि सेन्ट्रल जीएसटी जबलपुर ऑफिस में पदस्थ डिप्टी कमिश्नर कपिल कामले उनकी सील हुई गुटखा फैक्ट्री खोलने के एवज में 1 करोड़ की रिश्वत की डिमांड कर रहे हैं। CBI ने पुष्टि के बाद शिकायत पर कारवाई की एवं बाकी की रकम रकम 7 लाख रुपये पैन मसाला के थैले में दिए । जैसे ही आरोपी रकम गिनने लगा CBI टीम ने उसे दबोच लिया | उसके साथ उसके सहयोगी कर्मचारियों पर भी कारवाई हुई | व्यापारी 25 लाख रुपए की पहली किश्त दे चुका था। बाकी की रकम के लिए दबाब बनाया जा रहा था ।
◆ कारवाई में नागपुर CBI की टीम
त्रिलोकचंद सेन के मैनेजर ने 12 जून को जबलपुर स्थित CBI को शिकायत की थी | कार्रवाई पर पारदर्शिता रखी जाये, इस पर CBI जबलपुर SP रिचपाल सिंह ने नागपुर से CBI की टीम बुलवाई। CBI की पूछताछ में और भी कई अहम खुलासे हो सकते हैं।
◆ क्या ऑफिस क्या घर भ्रष्टाचारियों के पास रकम ही रकम…
CGST दफ्तर में CBI की कार्यवाही लगभग 15 घंटे तक चली। CBI को कांबले के रांझी स्थित घर से 3 लाख रुपए मिले हैं। इंस्पेक्टर प्रदीप हजारी के घर से 41 लाख रु., उसके ऑफिस केबिन से 16.88 लाख रुपए बरामद हुए। इंस्पेक्टर विकास गुप्ता के घर से 18.29 लाख रुपए, उसके ऑफिस केबिन से 1.50 लाख रुपए मिले हैं। इंस्पेक्टर वीरेंद्र जैन के ऑफिस केबिन से 2.60 लाख रुपए मिले है। इन अधिकारियों ने अपने घरों में 62.29 लाख रुपए जमा कर रखे थे। ऑफिस में 20.97 लाख रुपए रखे थे।
◆ आरोपी 7 दिन की CBI रिमांड पर
आरोपियों को CBI की विशेष अदालत में श्री आलोक कुमार सक्सेना के सामने पेश किया जहां से न्यायालय ने उन्हें 7 दिन की रिमांड पर CBI को सौंप दिया । इतनी लंबी रिमांड का आरोपियों के वकील ने विरोध किया परंतु कोर्ट ने विरोध खारिज कर दिया । लिहाजा आरोपी सीबीआई की रिमांड में है, जिनसे बहुत सारा खुलासा होने की संभावना है |
भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे इन अधिकारियों ने ना जाने कितना धन बटोरा होगा जो सीबीआई की पूछताछ में सामने आएगा अब देखना है कि इनसे जुड़ी कितनी कड़ी हैं सामने आती हैं ।