युवती के साथ छेड़छाड़ और मारपीट के आरोपी खुले घूम रहे, पीड़िता से CM helpline भी जबरन कटवाने का आरोप
◆रुद्र नारायण
जबलपुर / सिहोरा/ करीब डेढ़ माह पहले खितौला में युवती को भद्दी गालियां देकर जबरन ऑटो से उतारकर साथ ले जाने वाले चार आरोपियों ने युवती के विरोध करने पर मारपीट की , जिसके बाद युवती ने साहस से विरोध करते हुए अपने सहकर्मियों को फोन कर बुला लिया था, जिनके आने के बाद चारो आरोपी घटनास्थल से भाग निकले थे जिसके बाद युवती अपने सहकर्मियों के साथ खितौला थाने पहुंचकर चारो आरोपियों की नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी। लेकिन पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया था लेकिन किसी की गिरफ्तारी नही की थी जिसके बाद से आरोपी पीड़िता के परिजनों को लगातार शिकायत वापस लेने दवाब बना रहे हैं।
पीड़िता के परिजनों से मिली जानकारी अनुसार युवती हॉस्पिटल में कार्य करती है जो शाम को ऑटो से काम पर जा रही थी तभी खितौला वार्ड 18 निवासी मुख्य आरोपी छुटकी पटेल पिता भूप्पा पटेल 22 वर्ष , शिवम कोरी पिता दयाराम कोरी, विपिन पटेल पिता किशन पटेल, गोलू पटेल खितौला निवासी ने 23 मई 2023 को करीब डेढ़ माह पहले खितौला के हिंदी स्कूल के सामने काम पर जाते समय जबरन ऑटो से उतारकर भद्दी गालियां देते हुए साथ चलने बोलने लगे युवती के विरोध करने के बाद , आरोपी युवकों ने युवती से मारपीट कर दी , जिससे युवती के माथे पर बाएं तरफ चोट भी आई थी। घटना के समय ही युवती ने किसी तरह अपने सहकर्मियों को फोन कर बुला लिया था जिसके बाद आरोपी वहां से भाग गए थे। जिसके बाद युवती ने खितौला थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी लेकिन इस तरह के संगीन घटना में भी पुलिस ने किसी को गिरफ्तार नही किया था। जिसके बाद आरोपी पीड़िता और परिजनों पर राजीनामा करने दबाव बना रहे हैं।
👉थाने बुलाकर 181 कटवाई
आरोपियों की जब गिरफ्तारी नही हुई और पीड़िता पर ही राजीनामा दबाब बनाने लगे तो पीड़ित के द्वारा सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की गई जिसके बाद भी आरोपी खुले घूम रहे हैं और पुलिस उल्टे ही पीड़िता के पिता को थाने बुलाकर जबरन 181 की शिकायत को फोन करवाकर रविवार की देर को कटवाया गया। पीड़िता के पिता मज़दूरी करते हैं जो पुलिस के दवाब में आकर शिकायत कटवा दी।
👉क्या किसी बड़ी घटना के इंतजार में पुलिस
पीड़िता के साथ इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी पुलिस ने इस पूरे मामले को गंभीरता से नही है जिसके बाद आरोपी खुले घूम रहे हैं और लगातार पीड़िता को एवं परिजनों पर राजीनामा का दबाब बना रहे हैं यदि ऐसे में कोई बड़ी घटना हो जाये तो इसका जिम्मेदार कौन होगा जबकि पीड़िता को अपने ड्यूटी के लिए रात के समय भी आना जाना होता है जो हॉस्पिटल में काम करती है।