जबलपुर के खितौला रेलवे फाटक पर बड़ा ट्रेन हादसा टला… एक तरफ का फाटक खुलने पर ट्रेक पर आए लोग, तभी आ गयी सुपरफास्ट
ड्राइवर ने लगाया इमरजेंसी ब्रेक
न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन / NEWS INVESTIGATION
सिहोरा/ खितौला रेलवे फाटक में विगत शाम को एक तरफ का बैरियर लगा था और एक तरफ का खुल नही पाया जिससे लोग फाटक पर करने लोग पटरियों पर आ गए और तभी सामने से सुपरस्टार ट्रेन आ गई, ऐसे ऐसे में लोगों को हाल ही में हुई उड़ीसा के बालासौर की घटना याद आ गई। ट्रेन को आता देख लोग जान बचाने भागने लगे और रेलवे फाटक में अफरा तफरी मच गई।
यह पहली बार कि घटना नहीं है । पांच दिन पहले एक एंबुलेंस ने खितौला फाटक तोड़ दिया था जिसमें चार घंटे तक जाम लगा रहा ।
खितौला रेलवे फाटक में बुधवार उस वक्त भगदड़ की स्थिति मच गई, जब फाटक का एक तरफ का बैरियर ट्रेन जाने के बाद खुल गया, वहीं दूसरी तरफ का बैरियर बंद रह गया। इस बीच अचानक जबलपुर तरफ से सुपर फास्ट ट्रेन आ गई। ट्रेन आते देख ट्रैक के बीच फंसे लोगों में अफरा तफरी मच गई। लोग अपनी जान बचाने की गरज से यहां वहां भागते नजर आए। स्थिति को भागते हुए ट्रेन के ड्राइवर ने अचानक इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को बीच फाटक में ही रोक दिया। जिससे एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। ट्रेन काफी देर तक खड़ी रही ट्रेन के गुजरने के बाद फाटक खुला तब कहीं लोगों ने राहत भरी सांस ली। इस पूरे मामले में रेल प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही सामने आई।
◆ ये है पूरा मामला
खितौला रेलवे फाटक क्रमांक 336 में दोपहर करीब 3 बजे के लगभग कटनी की ओर से ट्रेन आने पर फाटक बंद हो गया। ट्रेन के जाते ही मझगवां तरफ के फाटक का बैरियर खुल गया, दोपहिया और पैदल लो दूसरी तरफ आकर बैरियर खुलने का इंतजार करने लगे। उसी समय जबलपुर तरफ से पाटलिपुत्र सुपरफास्ट ट्रेन आ गई। ट्रेन को अपनी तरफ आता देख फाटक के बीच फंसे लोगों में अफरातफरी की स्थिति मच गई। अपनी जान बचाने की गरज से लोग यहां वहां आपाधापी जैसी स्थिति में भागते नजर आए।
◆ ट्रेन के ड्राइवर ने लगाया इमरजेंसी ब्रेक, ताला बड़ा हादसा
आम लोगों और दो पहिया वाहन चालकों को फाटक के बीच फसा देख ट्रेन के ड्राइवर ने अचानक इमरजेंसी ब्रेक लगाया और ट्रेन को फाटक पर ही रोक दिया। ट्रेन के रुकते फाटक में फंसे लोगों ने राहत की सांस ली। काफी देर तक ट्रेन फाटक पर ही खड़ी रही। ट्रेन के गुजरने के बाद जब फाटक खुला तब फाटक में फंसे लोगों ने राहत की सांस ली। आपको याद दिलाते चलें कि 5 जुलाई को तेज रफ्तार एंबुलेंस में खेत वाला रेलवे फाटक के बैरियर को तोड़ दिया था। जिसके कारण करीब डेढ़ घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही और चिलचिलाती धूप और उमस को परेशान होना।