एग्जिट पोल से राजनीतिक दलों में खलबली
NEWS INVESTIGATION / VILOK PATHAK
विभिन्न एजेंसीयों द्वारा जारी एग्जिट पोल से राजनीतिक दलों में खलबली मची हुई है। इन एग्जिट पोल ने सरकार बनाने के दावों के साथ अपना नजरिया स्पष्ट किया है। विभिन्न चैनल द्वारा जारी एग्जिट पोल दलों के द्वारा लगाये गये कयासों से विपरीत भी दिखाई देता है, वहीं इस एग्जिट पोल से चुनाव लड़ रहे विभिन्न दलों के नेताओं के चेहरे से खुशी गायब हो गई है।
स्थानीय स्तर पर अपने सूत्रों के अनुसार किए गए सर्वे को लेकर राजनीतिक दल आश्वस्त थे, परंतु एग्जिट पोल आने के बाद उनके स्थानीय स्तर के सर्वे की हवा निकल गई। इस एग्जिट पोल को देखकर राजनीतिक दल अपनी स्थितियों का भी अंदाजा लगा सकते हैं। महाकौशल क्षेत्र में जो लोग वोटों को लेकर दावा कर रहे थे, उनके समीकरण भी बिगड़ते नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं कद्दावर नेताओं द्वारा अभी भी अपनी सरकार बनाने का दावा ठोका जा रहा है | परंतु स्थानीय स्तर पर देखा जाए तो कई नेताओं और उनके समर्थकों के मन में संशय की भावना उत्पन्न हो गई है। वहीं इस बार मतदाताओं की रहस्यमई चुप्पी ने भी सर्वे करने वाली कंपनियां को परेशानी में डाला है, हालांकि विधानसभा चुनाव 2023 में मतदान का प्रतिशत बढ़ा है एवं मतदाताओं ने रुचि भी दिखाइ है, लेकिन फिर भी उनकी रहस्य में चुप्पी कुछ कहती है।
मतदान के बढने को लेकर विशेषज्ञ जहां लाडली बहना योजना को कारण बता रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के द्वारा ओल्ड पेंशन स्कीम को भी इस बार मतदान के बड़े हुए प्रतिशत को से जोड़ा जा रहा है। मतगणना के लिए समय की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। जैसे-जैसे समय नजदीक आ रहा है प्रत्याशियों एवं राजनीतिक दलों की आश्वस्तता में चिंता की लकीर प्रकट हो रही है।
55.11.33