रेलवे की धसकी पुलिया में सुधार कार्य करते मजदूर, ट्रेन से कटे 2 की मौत, 3 घायल
मौके पर पहुंचे पुलिस-रेल अधिकारी
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जबलपुर=कटनी रेलखंड के खितौला-कुर्रे पिपरिया के बीच दुर्घटना, मौके पर पहुंचे पुलिस-रेल अधिकारी
सिहोरा/ जबलपुर-कटनी के बीच रेल ट्रेल की पुलिया में चल रहे सुधार के बीच पुलिया धसकने के अंदेशा से एकाएक बाहर निकले मजदूर नर्मदा एक्सप्रेस की चपेट में आए गए। दर्दनाक हादसे में 2 मजदूरों की मौके पर मौत हो गई, जबकि 3 मजूदरों को गंभीर चोट पहुंची है। घायलों को उपचार के लिए शासकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना पर मौके पर पहुंची खितौला पुलिस शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिहोरा अस्पताल लेकर पहुंची है, जहां पंचनामा कार्रवाई के बाद मृतकों का पोस्टमार्टम होगा। रेलवे ट्रेक पर हुए हादसे के बाद रेल अधिकारी सुबह-सुबह मौके पर पहुंचे हैं।
जबलपुर-कटनी रेल खंड के खितौला रेलवे फाटक और कुर्रे अंडर ब्रिज के बीच किलोमीटर क्र मांक 1031 में रात करीब10:30 बजे की घटना बताई जा रही है। बताया जाता है कि पुलिया धसकने पर 20 से 25 लेबर मौके पर कार्य कर रही थी। मजदूर ट्रेक पर थे उसी समय जबलपुर की तरफ से ट्रेन क्रमांक 18234 इंदौर-बिलासपुर तेज रफ्तार से निकली जिसकी चपेट में 5 मजदूर आ गए।
इस दर्दनाक हादसे में बसंत कुमार लोधी पिता जीपी लोधी 28 साल निवासी ग्राम नांदचांद थाना रैपुरा जिला पन्ना और जोहर पटेल 60 साल निवासी ग्राम नांदचांद की मौत हो गई है। अनंतराम लोधी पिता 35 वर्ष निवासी ग्राम नांद चांद, मुकेश लोधी 25 वर्ष निवासी बरजी एवं एक अन्य घायल को एम्बुलेंस से सिहोरा अस्पताल इलाज के लिए भेजा गया सभी घायलों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
बिना हार्न दिए आ गई ट्रेन- घायल मजदूरो का आरोप
घायल मजदूरों एवं उनके साथियों का कहना है कि पुलिया में सुधार कार्य चल रहा था, इसकी जानकारी रेल अधिकारियों को थी। पुलिया सुधार के वक्त ट्रेन बिना हार्न दिए तेज रफ्तार से मौके से गुजर गई। मजूदर योगेंद्र लोधी का कहना था कि अगर ट्रेन का चालक हार्न बजा देता तो सभी मजदूर अलर्ट होते हुए सुरक्षित हो जाते है। जिन मजदूरों की हादसे में मौत हुए है, रेलवे प्रशासन उनके परिवार को उचित मुआवजा दे, ताकि परिवार का गुजर बसर हो सके।