रेल रोको आंदोलन की तर्ज पर अब जबलपुर में विमान रोकेंगे लोग….

The NI / न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन – 51
♦ विलोक पाठक
जबलपुर संस्कारधानी में बहुत समय से मुंबई की डेली फ्लाइट चालू करने को लेकर लोगों ने मांग रखी थी। यह मांग पूरी होते ना देख शहर के वरिष्ठ लोगों ने एक नए तरह का आंदोलन करने का प्लान बनाया है जिसके लिए जैसे रेल रुको आंदोलन होता था इसी तरह विमान रोको आंदोलन किया जाएगा। यह अनूठा आंदोलन भारत में पहली बार होगा जैसे ट्रेन की मांग को देखते हुए रेल यातायात वाधित किया जाता है परंतु अब जबलपुर के लोग विमान यानी फ्लाइट रोकेंगे। इसके लिए बाकायदा 6 जून को नो फ्लाइंग डे मनाने के लिए कहा गया है।
उल्लेखनीय है कि पिछले लंबे समय से जबलपुर से फ्लाइट कनेक्टिविटी को लेकर कई शिकायतें जा चुकी हैं। जिसके लिए अनेक राजनैतिक सहित कई सामाजिक संगठनों ने भी फ्लाइट बढ़ाने की मांगों को मुखर किया है। खासकर मुंबई से कनेक्टिविटी को लेकर अधिक जोर दिया गया था। स्पाइसजेट की जो साप्ताहिक फ्लाइट चलती थी वह भी पिछले समय रद्द कर दी गई। जबकि हाल ही में जबलपुर में करोड़ों रुपए की लागत से नए टर्मिनल का उद्घाटन भी किया गया है। इस नए टर्मिनल के उद्घाटन के साथ फ्लाइट की संख्या कम होती जा रही है फ्लाइट की मांगे को लेकर आंदोलन करने जबलपुर में वायु सेवा संघर्ष समिति गठित की गई है। इस समिति में शहर के व्यापारी वरिष्ठ, नागरिक एवं उद्योगपति, महिलाएं, युवा वर्ग, अधिवक्ता, आदि जुड़े हुए हैं। इस समिति ने निर्णय लिया है कि अब जबलपुर से भेदभाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। समिति ने 4 जून को समाप्त हो रही आचार संहिता को देखते हुए आंदोलन को 6 जून के लिए निर्धारित किया है।
अकेला जबलपुर ही नहीं इसके आसपास के क्षेत्र से यात्रा करने वाले नागरिकों ने भी इस आंदोलन को प्रभावी बनाने के लिए शामिल होने के लिए कहा है। समिति ने नागरिकों से आग्रह किया है कि 6 जून को किसी भी विमान यात्रा का टिकट न खरीदें। इसके साथ ही बड़ी संख्या में नागरिक डुमना एयरपोर्ट के पास एकत्रित होंगे जो डुमना की ओर होने वाले आवागमन को भी रोकेंगे। इस आंदोलन में सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर भी जुड़ रहे हैं। समिति ने निर्णय लिया है कि किसी भी आपातकाल स्थिति में उड़ान भरने वाले यात्री को नहीं रोका जाएगा, यानी कि आपातकालीन सेवाएं बाधित नहीं कि जाएंगी ।