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हयात जफर के पास मिले पीएफआइ से जुड़ी संस्थाओं के दस्तावेज …कानपुर उपद्रव में फंडिग का शक

कानपुरकानपुर में पुलिस को कानपुर हिंसा के मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी से सख्ती से पूछताछ के बाद काफी अहम दस्तावेज मिले हैं। पुलिस को मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी के पास से पीएफआइ (पापुलर फ्रंट आफ इंडिया) संबंधित चार संस्थाओं के दस्तावेज भी मिले हैं। हाशमी के पास एआइसीसी, एसडीपीआइ, सीएफआइ तथा आरआइएफ जैसी संस्थाओं के कई दस्तावेज मिले हैं। यह सभी पीएफआइ से जुड़ी हैं। पीएफआई इन सभी संस्थाओं को पहले भी फंडिंग करता रहा है। पुलिस के साथ अन्य टीमें इस प्रकरण में पीएफआई कनेक्शन की जांच कर रही हैं। हाशमी पहले भी कई बार उपद्रव करने के लिए अपने फेसबुक अकाउंट का इस्तेमाल कर चुका है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के शनिवार को कानपुर से प्रस्थान के बाद पुलिस ने उपद्रव तथा हिंसा के मुख्य आरोपित हयात जफर हाशमी के कड़ाई से पूछताछ की तो कई मामले सामने आए हैं। इसके पास मिले दस्तावेजों से यहां पर बवाल कराने के लिए टेरर फंडिंग की भी आशंका है।

भले ही हयात जफर हाशमी दावा कर रहा है कि उसने बंदी का आह्वान वापस ले लिया था, लेकिन तीन जून को मुस्लिम क्षेत्रों में जबरदस्त बंदी रही। जुमा की नमाज के बाद नई सड़क और दादा मियां हाता चौराहा जो बवाल हुआ, उसके पीछे भी हयात का हाथ बताया जा रहा है। हाशमी का मुस्लिमों को भड़काकर माहौल खराब करने का उसका पुराना रिकार्ड रहा है। स्थानीय स्तर पर पुलिस से मिलीभगत कर वह हर बार बचता रहा। इसी वजह से वह शुक्रवार को भी शहर को सांप्रदायिकता की आग में झोंकने की कगार पर लेकर आ ही गया था, लेकिन पुलिस ने स्थिति नियंत्रित कर ली। कानपुर के परेड से मूलगंज चौराहा जाने वाली नई सड़क पर उपद्रव के सूत्रधार माने जाने वाले हयात जफर हाशमी के साथ ही इस क्षेत्र का भी उपद्रव के का विवादों से पुराना नाता है।

इसके खिलाफ चकेरी में भी एक मुकदमा दर्ज होने की चर्चा है। कानपुर में ढाई साल पहले सीएए (नागरिकता संशोधन कानून) के विरोध के दौरान हुए उपद्रव में भी हाशमी का नाम आया था, मगर पुलिस से मिलीभगत से उसका नाम मामले से निकाल दिया गया। बीते अक्टूबर में बिना अनुमति जुलूस -ए-मोहम्मदी निकालने के आरोप में भी पुलिस ने इसे गिरफ्तार किया था, हालांकि बाद में छोड़ दिया गया।

कानपुर उपद्रव का मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी कानपुर यूथ कांग्रेस का पूर्व सचिव भी है। इंटरनेट मीडिया पर काफी एक्टिव रहने वाले हाशमी ने हाल ही में कांग्रेस के राज्यसभा के प्रत्याशी इमरान प्रतापगढ़ी के साथ के काफी फोटो शेयर किया था।

पुलिस आयुक्त कानुपर, विजय सिंह मीणा ने कहा कि स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम गठित हुई है जो मामले की जांच करेगी साथ ही एक और टीम गठित गई है जो इस मामले को लेकर जितनी भी कार्रवाई हो रही है और मुकदमें दर्ज किए जा रहे हैं उसे देखेगी। दोनों टीमें तय करेंगी की किस प्रकार आगे की कार्रवाई होगी।

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