सीबीएसई बोर्ड के नतीजे में लड़कों के मुकाबले 6 फीसदी अधिक लड़कियां हुई पास
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सोमवार दोपहर को 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया। इन बोर्ड परीक्षाओं में 88.78 फीसद विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं।
सीबीएसई द्वारा घोषित 12वीं के परिणाम में कुल 88.78 प्रतिशत विद्यार्थी पास हुए हैं। बीते वर्ष 83.40 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए थे। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष 12वीं के बोर्ड परिणाम में 5 फीसद का सुधार आया है। 12वीं के इन परीक्षा परिणामों में 92.15 प्रतिशत छात्राएं और 86.19 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। वही ट्रांसजेंडर छात्रों का पास प्रतिशत 66.66 फीसदी रहा है।
छात्र सीबीएसई की ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर अपने परीक्षा परिणाम देख सकते हैं। हालांकि अचानक लाखों विजिटर्स आने से यह वेबसाइट फिलहाल बंद पड़ गई है।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, “सीबीएसई ने देशभर के सभी संबंधित स्कूलों को उनके छात्रों का रिजल्ट भिजवा दिया है। अब छात्र अपने स्कूल से परीक्षा परिणाम हासिल कर सकते हैं।” इस वर्ष असफल छात्रों के लिए फेल की जगह एसेंशियल रिपीट शब्द का इस्तेमाल किया गया है।
केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने परिणाम घोषित होने की जानकारी दी। बंेगलुरू में सीबीएसई के 12वीं कक्षा का रिजल्ट 97.05 फीसदी रहा है। सीबीएसई ने इस साल अभी तक मेरिट लिस्ट जारी नहीं की है। वहीं दिल्ली वेस्ट का रिजल्ट 94.6 फीसदी है। दिल्ली का ओवरऑल रिजल्ट 94.39 फीसदी रहा है।
सीबीएसई द्वारा घोषित 12वीं के परिणाम में कुल 88.78 प्रतिशत विद्यार्थी पास हुए हैं। बीते वर्ष 83.90 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए थे। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष 12वीं के बोर्ड परिणाम में 5 फीसद का सुधार आया है।
गौरतलब है कि इस वर्ष कोरोना वायरस के कारण 12वीं कक्षा की कई परीक्षाएं नहीं ली जा सकी। शेष रह गई इन परीक्षाओं का मूल्यांकन अन्य परीक्षाओं में हासिल किए गए अंकों के आधार पर किया गया है।