पंजाब में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या 86 हुई, पुलिस कार्रवाई में 17 और लोग गिरफ्तार
पंजाब में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या शनिवार को बढ़कर 86 हो गई। वहीं पुलिस कार्रवाई में 17 और लोग गिरफ्तार हुए हैं। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने इस मामले में 7 आबकारी अधिकारियों और 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि सरकार ने मृतकों के परिवारों के लिए दो-दो लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है।
राज्य में जहरीली शराब से तरनतारन में 63 मौतें हुई हैं, जिसके बाद अमृतसर में 12 और गुरदासपुर के बटाला में 11 मौतें हुई हैं। राज्य में बुधवार रात से शुरू हुई त्रासदी में शुक्रवार की रात तक 39 लोगों की मौत हो गई थी।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने 6 पुलिसकर्मियों के साथ 7 आबकारी अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया है। निलंबित अधिकारियों में 2 उप पुलिस अधीक्षक और चार थाना प्रभारी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में किसी भी लोक सेवक या अन्य को संलिप्त पाया जाता है, तो उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जहरीली शराब के उत्पादन और बिक्री को रोकने में पुलिस और आबकारी विभाग की नाकामी शर्मनाक है।
वहीं पुलिस ने राज्य में 100 से ज्यादा स्थानों पर छापेमारी के दौरान 17 और लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने अमृतसर, गुरदासपुर के बटाला और तरन तारन में जहरीली शराब पीने की वजह से लोगों की मौत की घटना के बाद शुक्रवार को 8 लोगों को गिरफ्तार किया था। अधिकारियों ने बताया कि इस संबंध में अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। आबकारी विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस की छापेमारी में जब्त की गई सामग्री के रासायनिक विश्लेषण की रिपोर्ट अभी नहीं आई है, मगर सतही जांच से पता चला है कि यह सामग्री ऐसा खराब स्प्रिट है, जिसका इस्तेमाल पेंट या हार्डवेयर उद्योग में होता है।