जबलपुर में कोरोना संकटकाल के बीच मेडिकल अस्पताल में जूनियर डाक्टरों की हड़ताल
जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में कोरोना संकटकाल के बीच जूनियर डाक्टरों ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल अस्पताल में शांतिपूर्ण हड़ताल शुरु कर दी. जूनियर डाक्टरों की हड़ताल की खबर मिलते ही हड़कम्प मच गया, जिला प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के सामने बड़ी समस्या सामने आ गई है.
बताया जाता है कि जबलपुर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जिसे देखते हुए डाक्टरों की जरुरत भी ज्यादा है ताकि मरीजों का बेहतर से बेहतर उपचार किया जा सके, इस बीच मेडिकल कालेज के जूनियर डाक्टरों ने यह कहते हुए शांतिपूर्ण हड़ताल शुरु कर दी है कि कोरोना वायरस से पीडि़त मरीजों का उपचार करने के वक्त जो सुविधाएं उन्हे दी जाना चाहिए वे नहीं मिल रही है, न तो मास्क दिया जा रहा है न ही पीपीई किट, इस संबंध में कई बार प्रशासन के सामने अपनी बात रखी लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया.
जिसके चलते उन्हे यह रास्ता अख्तियार करना पड़ा है, डाक्टरों ने यह भी कहा कि उन्हे चार माह से स्टायफंड भी नहीं मिल रहा है, डाक्टरों का कहना है कि इस संबंध में मेडिकल कालेज के डीन डाक्टर प्रदीप कसार को भी अवगत कराया गया है, फिर भी कोई हल नहीं निकला है, जिसके चलते आज से शांतिपूर्ण हड़ताल शुरु की गई है, यदि जल्द ही इस दिशा में कोई निर्णय नहीं लिया गया तो हड़ताल आगे भी जारी रह सकती है, गौरतलब है कि मेडिकल अस्पताल को संभाग का सबसे बड़ा कोरोना कोविड केयर सेंटर बनाया गया है ऐसे में जूनियर डाक्टरों द्वारा की जा रही है हड़ताल मरीजों के इलाज में एक बड़ी बाधा बनकर सामने आ सकती है.
जूनियर डाक्टरों की शांतिपूर्ण हड़ताल की खबर से जिला प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मचा रहा है, आज मेडिकल अस्पताल परिसर में जूनियर डाक्टरों को हड़ताल पर देखकर मरीजों से लेकर उनके परिजन भी चितिंत नजर आए हैं.