स्वास्थ्य मंत्रालय के नए प्रोटोकॉल में गिलोय और च्यवनप्राश, जानें कोरोना से ठीक होने के बाद क्या करें और क्या नहीं
भारत समेत दुनिया के तमाम देश इस समय कोरोना महामारी (Corona pandemic) से जूझ रहे हैं. भारत में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. देश में अब तक कोरोना के 47 लाख से ज्यादा मामले सामने आ गये हैं, वहीं इस महामारी की वजह से 78 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. हाल ही में पता चला है कि देश में कोरोना से ठीक होने के बाद भी कई मरीजों को कई तरह की परेशानी जैसे बदन दर्द, खांसी और सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण दिख रहे हैं. इन सब से बचाव के लिए सरकार ने गाइडलाइन (guidelines) जारी किया है. स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health) ने ‘पोस्ट कोविड-19 मैनेजमेंट प्रोटोकॉल’जारी किया है.
देश में कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने ‘पोस्ट कोविड-19 मैनेजमेंट प्रोटोकॉल’ जारी किया है. इस प्रोटोकॉल में मरीज की रिकवरी और कॉम्यूनिटी लेवल पर वायरस की रफ्तार को कम करने के तरीके बताए गए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना से ठीक हुए मरीजों का घर में ध्यान रखने प्रबंधन करने के लिए कदम बताए हैं. इसमें इम्यूनिटी बढ़ाने के भी कई खास नुस्खों के बारे में जानकारी दी गई है. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने जो प्रोटोकॉल जारी किया है, इसमें च्यवनप्राश खाना, प्राणायाम, योग और घूमना जैसी सलाह भी शामिल हैं.
इन बातों का ध्यान ऱखें
1- मास्क पहने, साफ सफाई रखें और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पावन करें
2- पर्याप्त मात्रा में गर्म पानी पिएं.
3- इम्युनिटी को बढ़ाने वाली आयुष मंत्रालय की दवाईयां लें
4- यदि स्वास्थ्य अनुमति देता है, तो नियमित रूप से घरेलू काम किया जाना चाहिए, प्रोफेशनल काम धीरे-धीरे शुरू करें.
5-योगासन, प्राणायाम और ध्यान का दैनिक अभ्यास करें अपनी क्षमता के अनुसार
6- संतुलित आहार और संतुलित पौष्टिक आहार लें अच्छा रहेगा कि आप आसानी से पचने वाला नरम ताजा खाना खाएं.
7. पर्याप्त नींद लें और आराम करें.
8. धूम्रपान और शराब से परहेज करें.
7- रोजाना सुबह या शाम टहले.
8- अस्पताल से छुट्टी मिलने के सात दिन बाद टेलीफोन या दूसरे माध्यम से डॉक्टर स परामर्श लें
9- अगर कोई होम आइसोलेशन में रह रहा है और स्थिति पहले से खराब है तो तुरंत निकटतम अस्पताल से संपर्क करें
इम्यूनिटी बढ़ाने वाली आयुष की दवाई
1. आयुष क्वाथ (150ml; एक कप) रोज
2. संशमनी वटी (500 mg दिन में दो बार) या गिलोय पाउडर (1-3 ग्राम गर्म पानी के साथ) 15 दिन तक
3. अश्वगंधा (500 mg दिन में दो बार) या पाउडर (1 से 3 ग्राम रोज) 15 दिन तक
4. आंवला (1 रोज) या पाउडर (1 से 3 ग्राम रोज)