हाथरस गैंगरेप कांड: पैदल निकले राहुल, प्रियंका को हिरासत में ,एक्सप्रेस-वे पर झड़प
हाथरस गैंगरेप पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए देशभर में आवाज़ें उठ रही हैं. गुरुवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी दिल्ली से हाथरस के लिए रवाना हुए. दोनों नेताओं का कहना है कि वो पीड़िता के परिवार से मुलाकात करेंगे. हालांकि, एक्सप्रेस वे के पास राहुल-प्रियंका के पैदल मार्च को रोक लिया गया है.
दिल्ली से कुछ दूरी पर जब दोनों नेताओं का काफिला ग्रेटर नोएडा के करीब पहुंचा, तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया. जिसके बाद राहुल और प्रियंका पैदल ही हजारों कार्यकर्ताओं के साथ हाथरस के लिए रवाना हो गए. पुलिस ने यहां दोनों नेताओं को हिरासत में ले लिया है, इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की यूपी पुलिस के साथ झड़प हुई.
बता दें कि प्रशासन ने हाथरस की सीमाओं को सील किया हुआ है और धारा 144 लगाई गई है.
बड़े अपडेट्स:
02.55 PM: कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को यूपी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. पैदल ही हाथरस जा रहे दोनों नेताओं को यूपी पुलिस ने रोका. इस दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और यूपी पुलिस के बीच झड़प हुई. राहुल गांधी ने कहा कि मैं हाथरस के पीड़ित परिवार से मिलने जा रहा हूं, ये मुझे रोक नहीं पाएंगे.
02.32 PM: एक्सप्रेस वे पर पैदल जाते वक्त कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को रोका गया. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की यूपी पुलिस के साथ झड़प हुई.
01.40 PM: कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का काफिला ग्रेटर नोएडा में रोक लिया गया है. अब दोनों नेता कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ पैदल ही निकल पड़े हैं. कांग्रेस नेता पैदल मार्च करते हुए हाथरस की ओर बढ़ रहे हैं.
1.29 PM: कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जिस गाड़ी में मौजूद हैं, सिर्फ उसे ही ताज एक्सप्रेसवे पर जाने दिया गया है. उनके साथ अन्य कार्यकर्ताओं का जो हुजूम था, उसे आगे नहीं जाने दिया गया है.
12.59 PM: राहुल गांधी और प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में एंट्री कर चुके हैं. और अब दोनों एक ही कार में हाथरस के लिए रवाना हुए हैं. दोनों नेताओं के साथ हजारों की संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का हुजूम है.
12.50 PM: राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का काफिल DND तक पहुंच गया है. यहां पर भारी पुलिसबल तैनात है, कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हुजूम है. यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू का कहना है कि उन्हें किसी की इजाजत की जरूरत नहीं है, वो पीड़िता के लिए आवाज उठा रहे हैं.
12.32 PM: दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का बड़ा जमावड़ा है. साथ ही यहां पर पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है.
12.00 PM: कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी दस जनपथ से हाथरस के लिए रवाना हो गए हैं. दोनों नेताओं के साथ यूपी प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और अन्य नेता मौजूद हैं.
11.30 AM: प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल, अजय कुमार लल्लू, रणदीप सुरजेवाला समेत कई नेता दस जनपथ पर मौजूद हैं.
10.27 AM: कांग्रेस नेता राहुल गांधी 10 जनपथ पहुंचे हैं और अब से कुछ देर में हाथरस के लिए रवाना होंगे.
10.25 AM: राहुल और प्रियंका के हाथरस जाने की खबरों के बीच दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर भी सुरक्षा बढ़ाई गई है.
10.20 AM: राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से पहले ही हाथरस जिले की सीमाएं सील कर दी गई हैं. यहां पर धारा 144 लगा दी गई है.
प्रियंका कर चुकी हैं परिवार से बात
इससे पहले जब पीड़िता की मौत हुई थी, तो प्रियंका ने पीड़िता के परिवार से फोन पर बात की थी. इस मामले के सामने आने के बाद प्रियंका ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ का इस्तीफा मांगा है.
प्रियंका गांधी वाड्रा की ओर से यूपी सरकार पर निशाना साधा गया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि हाथरस जैसी वीभत्स घटना बलरामपुर में घटी, लड़की का बलात्कार कर पैर और कमर तोड़ दी गई. आजमगढ़, बागपत, बुलंदशहर में बच्चियों से दरिंदगी हुई. यूपी में फैले जंगलराज की हद नहीं. मार्केटिंग, भाषणों से कानून व्यवस्था नहीं चलती, ये मुख्यमंत्री की जवाबदेही का वक्त है जनता को जवाब चाहिए.
आम आदमी पार्टी की ओर से गुरुवार को ही मुंबई में प्रदर्शन किया जाएगा और हाथरस की निर्भया के लिए इंसाफ की अपील की जाएगी.
SIT ने शुरू की अपनी जांच
इस बीच प्रदेश सरकार ने जिस SIT का गठन किया है, उसने अपनी जांच शुरू कर दी है. गृह सचिव भगवान स्वरूप की अगुवाई में एसआईटी की टीम ने पीड़िता के परिवार से मुलाकात की. जिसके बाद जानकारी दी गई है कि टीम की ओर से शुरुआती जांच शुरू कर दी गई है, सात दिन के अंदर हर पहलू पर मंथन किया जाएगा और रिपोर्ट दी जाएगी.
दिल्ली की निर्भया की मां ने बढ़ाया मदद का हाथ
दूसरी ओर दिल्ली गैंगरेप की निर्भया की मां आशा देवी की हाथरस जाने की खबरें थीं. हालांकि, उन्होंने इससे इनकार किया है. आशा देवी ने कहा कि अभी हाथरस में पीड़िता के घर पर भारी पुलिस बल तैनात है, साथ ही कोरोना भी है, इसलिए वहां जाने का उनका अभी इरादा नहीं है.
हालांकि, आशा देवी ने कहा कि पीड़िता का परिवार अगर चाहेगा, या न्याय दिलाने में परिवार को उनकी मदद चाहिए होगी तो वो हाथरस में अपनी बेटी खो चुके परिवार की हर संभव मदद करेगी.
आशा देवी ने कहा है कि परिवार की दुःख की घड़ी में उनको अन्दाजा है कि उन लोगों पर क्या बीत रही होगी, क्योंकि वो खुद भी इन दर्द से बरसों गुजरी हैं. आशा देवी ने कहा कि आरोपियों से क़ानून को उसी सख्ती से निपटने की जरूरत है, जैसे निर्भया के दोषियों को सज़ा दी गई थी.
गौरतलब है कि हाथरस में 19 साल की दलित युवती के साथ चार लोगों ने गैंगरेप किया था. करीब पंद्रह दिन तक संघर्ष करने के बाद दिल्ली में युवती की मौत हो गई थी. इसके बाद पुलिस ने हाथरस पहुंचकर खुद ही युवती के शव को जला दिया, जबकि परिवार को अंतिम दर्शन और संस्कार नहीं करने दिया गया.