सूबे के मुखिया के बार बार आगाह करने के बावजूद जबलपुर में चिटफंड कम्पनी ने हजारों को लूटकर, लाखों डकारे ……..
न्यूज़🔍इन्वेस्टिगेशन
जबलपुर / सूबे के मुखिया यानी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनता को राहत देने प्रदेश में चिटफंड कम्पनी, माफिया, सूदखोर आदि के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है , और सख्त लहजे में कार्रवाई करने को कहा है , उनके निर्देश पर अधिकारियों ने कई जगह कारवाई भी की है ….परन्तु जबलपुर में न जाने कैसे चूक हो गयी और एक कम्पनी हजारों बेरोजगारों के रुपये ले उड़ी । जी हाँ जबलपुर के उखरी चौक में स्थित जबलपुर पब्लिकेशन नाम से खुली कंपनी ने बेरोजगार युवक-युवतियों को एक योजना समझाई गई थी, काम शुरू करने के पहले ढाई हजार रुपया सभी से जमा करवाया गया। दो महीने में कंपनी के कई हजार मेंबर बन गए और ढाई हजार रुपए के हिसाब से कंपनी के पास लाखों रुपया पहुंच गया,सोमवार की रात कंपनी ने अपना बोरिया बिस्तर बांधा और चलते बनी ।
चिटफण्ड कंपनी के झांसे में आए हजारों युवक युवतियों को अपने रु गवाने के बाद अब पुलिस की सख्ती भी झेलना पड़ी जिसको लेकर अब पुलिस के खिलाफ युवक युवतियों में भारी आक्रोश है।
उन बेरोजगारों को जब कंपनी के फर्जीवाडे का पता चला तो सैकड़ो बेरोजगारों ने कंपनी के आफिस में सोमवार की रात जमकर हंगामा कर दिया। हंगामे की खबर लगते ही कंपनी का कर्ताधर्ता मौके से फरार हो गया । मामले की सुचना मिलने के बाद स्थानीय विधायक और पुलिस भी मौके पर पहुंची और हंगामा करने वाले बेरोजगारों को शांत कराया। स्थानीय विधायक विनय सक्सेना ने फर्जीवाड़ा करने वालो पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग करते हुए प्रदेश सरकार को भी इस मामले में दोषी ठहराया है। स्थानीय पुलिस ने इस मामले में जांच का आश्वासन देते हुए कम्पनी के संचालक को ट्रेस करने में लगी हुयी है। बेरोजगार युवाओ का कहना है कि जबलपुर बुक पब्लिकेशन नाम से विजय नगर के उखरी में एक कम्पनी दिव्यांग छात्रों की पढ़ाई वाली बुक छापने के नाम से सैकड़ो बेरोजगारो से 2500 रूपये जमा कराये थे। कम्पनी बेरोजगारों युवको से 100 पेज 15 दिनों में लिखने पर 4 हजार रूपये देने का दावा करती थी। बेरोजगारों युवाओ ने पेज लिखकर कम्पनी के पास पहुंचे तो उसके पहले ही कम्पनी का संचालक सोनू कुमार फरार हो गया है। बेरोजगार युवाओ ने कम्पनी पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है। इधर स्थानीय विधायक विनय सक्सेना ने बेरोजगार युवाओ से ठगी करने वाली जबलपुर पब्लिकेशन बुक कम्पनी पर कार्यवाही करने के लिए जिला प्रशासन से मांग की है। विधायक का कहना है कि प्रदेश सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्यवाही करनी चाहिए।
◆ कल दिया धरना-आज सुबह मिली पुलिस की लाठी….
कंपनी के बन्द होने के बाद युवक युवती जब मौके पर पहुचे तो पुलिस ने उन पर लाठी बरसा दी।
लाठीचार्ज नही व्यबस्था बनाई है पुलिस ने…..
युवक युवतियों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर जहाँ आक्रोश उनमे बढ़ गया है तो वही पुलिस का कहना है कि स्थिति को संभालने के लिए ये प्रयास किए गए थे उन पर लाठीचार्ज नही कीया है।
◆ जिम्मेदारों पर हो कारवाई
बहरहाल हाल जो भी हो परंतु बेरोजगारों के साथ ऐसा छलावा और वह भी खुलेआम कहीं ना कहीं प्रशासनिक चूक या यूं कहें प्रशासनिक कमी की ओर इंगित करता है 2 माह से कम्पनी एक्टिव रही और प्रशासनिक तंत्र इससे बेखबर हो यह बात आसानी से जहन में नही उतरती । खैर कारण जो भी हो परंतु प्रशासन को जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई करना चाहिए ताकि भविष्य में कोई फिर से ना कोई ठगा जा सके