सिब्बल बोले- ‘मोदी सरकार का आत्मनिर्भर भारत अभियान एक और जुमला’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। सिब्बल ने कहा कि मोदी सरकार आत्मनिर्भर भारत बनाने की बात कर रही है, उनका ये अभियान महज एक और जुमला भर है।
सिब्बल ने कहा है कि मोदी सरकार के जो ऐलान हो रहे हैं सब हवा में हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि 20 लाख करोड़ के पैकेज में कहते हैं कि केंद्र सरकार का योगदान देश के जीडीपी का 10 प्रतिशत है। सारे विश्व और देश के अर्थशास्त्री कहते हैं कि यह जीडीपी के 1 प्रतिशत से ज़्यादा नहीं है।
कपिल सिब्बल ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लिए सरकार को यूनिवर्सिटी स्तर पर रिसर्च और डेवलपमेंट की सुविधा को बढ़ाना होगा, अन्यथा राष्ट्र आत्मनिर्भर नहीं हो सकता।
कपिल सिब्बल ने कहा कि हमारा रिसर्च और डेवलपमेंट खर्च जीडीपी का महज 0.7 फीसदी है, जबकि इजरायल में 4.6 फीसदी, कोरिया में 4.5 फीसदी, जर्मनी में 3 फीसदी और फ्रांस में 2.2 फीसदी खर्च रिसर्च और डेवलपमेंट पर किया जाता है। हमें इसे और बढ़ाने की जरूरत है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत और कुछ नहीं बल्कि खुद को धोखा है। यह एक और जुमला है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की विश्व प्रतिस्पर्धात्मक रैंकिंग में भारत 10 रैंक फिसल गई है। प्रमुख बहुराष्ट्रीय कंपनियों के सीईओ भारतीय मूल के हैं। हम उनके बारे में मुखर हो सकते हैं, लेकिन हमारे स्थानीय के बारे में क्या?
कपिल सिब्बल ने कहा कि प्रवासी मजदूरों की दुर्दशा को सरकार नहीं देख सकती। मेक इन इंडिया के तहत मोबाइल फोन का निर्माण यहां नहीं किया जाता है, लेकिन असेंबल किया जाता है, सिर्फ 30 फीसदी काम किया जाता है।
कांग्रेस ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लिए सरकार के पास नीति नहीं है, यह केवल एक नारा है। इससे स्पष्ट है कि सरकार लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में सक्षम नहीं है। बेहतर है कि अब लोग अपने दम पर आत्मनिर्भर बनें। राज्य सरकारें केंद्र से पैसा मांग रही हैं, अगर केंद्र के पास पैसा नहीं है तो भारत आत्मनिर्भर कैसे होगा।