गोधरा कांड का मास्टरमाइंड हाजी बिलाल नहीं रहा… जेल में बीमारी से मृत्यु
■ विलोक पाठक
गुजरात में 2002 को हुए गोधरा कांड की गूंज पूरे देश मे रही इस काण्ड का एक मास्टरमाइंड हाजी बिलाल भी था । जेल सूत्रों से आ रही खबरों के अनुसार उसकी जेल में ही मृत्यु हो गयी है । बिलाल कई दिनों से बीमार था उसे अस्पताल में भर्ती किया गया था । सूत्रों के अनुसार उसकी मौत किसी बीमारी सेे हो गई है।
उल्लेखनीय है कि इस कांड में शामिल आरोपीयों को गुजरात हाई कोर्ट ने फांसी की सजा और कुछ कैदियों को उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी। जिसमें से वर्ष 2011 में एसआईटी कोर्ट ने 11 आरोपियों को मौत की एवं 20 कैदियों को उम्र कैद की सजा सुनाई थी।गुजरात उच्च न्यायालय ने हाजी बिलाल समेत 11 दोषियों की मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया था। उम्र कैद की सजा में बिलाल को वडोदरा सेंट्रल जेल में रखा गया था। बिलाल कई सालों से बीमार था। 22 नवंबर को उसक हालत ज्यादा खराब हो गई थी उसे वडोदरा केअस्पताल में भर्ती करवाया गया।
◆ क्या था गोधरा कांड…
गुजरात में 27 फरवरी 2002 के दिन दिल दहलाने वाली खबर सामने आई थी, जिसमें गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन के एस-6 डिब्बे में आग लगाई गई थी। आग के कारण 59 लोगों की जलकर मौत हो गई थी। ट्रेन में आग मुस्लिम उपद्रवियों ने मिलकर लगाई थी। जिसके बाद गुजरात में जमकर दंगे हुये थे, इन दंगों में 12000 से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। दंगे के मुखिया हाजी बिलाल इस्माइल और अब्दुल मजीद रमजानी थे। इन दोनों में से एक को उम्र कैद की सजा सुनाई गई और एक आरोपी को फांसी की सजा सुनाई गई थी ।