पुरी जिले में टकरा सकता है तूफान जवाद …. तटीय इलाकों से लोगों को सुरक्षित करने में जुटी सरकार….
न्यूज़ इन्वेस्टीगेशन / बंगाल की खाड़ी में उठ रहे चक्रवात जवाद को देखते हुए ओडिशा सरकार ने तटीय जिलों के जिला प्रशासन से निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित करने के लिए कहा है. एक अधिकारी के अनुसार. जिला प्रशासन से कटक जिले के गंजम, खुर्दा (चिल्का क्षेत्र), पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा और नियाली क्षेत्र के कच्चे घरों और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को निकालने के लिए कहा है.” स्थानीय स्वयंसेवी संगठनों और बीडीओ, तहसीलदार और पुलिस अधिकारी निकासी प्रक्रिया में जुटे रहेंगे. निकासी की प्रक्रिया शनिवार दोपहर तक समाप्त हो जाएगी. लोगों को आसपास के इलाकों में चक्रवात केंद्रों सहित सुरक्षित भवन में पहुंचाया जाएगा |
सूत्रों के अनुसार अपेक्षित हवा की गति 100 किमी प्रति घंटे के साथ 90-100 किलोमीटर प्रति घंटा होने की उम्मीद है. विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) से लगभग 580 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में, गोपालपुर (ओडिशा) से 670 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व और पारादीप (ओडिशा) से 760 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम के पास पश्चिम मध्य और उससे सटे दक्षिण बंगाल की खाड़ी में डीप डिप्रेशन केंद्रित है.” चक्रवात फिर से मोड़ लेगा और पुरी जिले के उत्तरी हिस्सों में इसके टकराने की संभावना है | राज्य सरकार ने चक्रवात जवाद के मद्देनजर इस रविवार (4 दिसंबर) को साप्ताहिक अवकाश रद्द कर दिया है | गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात जवाद की संभावित स्थिति से निपटने के लिए राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों तथा संबंधित एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की थी | संभावित प्रभावित क्षेत्र के लोगों को घर के अंदर रहने और समुद्र के किनारे नहीं जाने की सलाह दी.प्रशासन के अनुसार सभी मछुआरे समुद्र से वापस आ गए हैं और समुद्र की स्थिति सामान्य होने तक कोई भी समुद्र में प्रवेश नहीं करेगा | राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ), दमकल कर्मियों को संभावित प्रभावित जिलों में तैनात किया जा रहा है.