राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ शारीरिक प्रधान कार्यक्रम संपन्न
जबलपुर “हिंदू दर्शन, हिंदू जीवन पद्धति को न समझ पाने, उसे व्यवहार में न उतारने के कारण समस्याओं ने जन्म लिया. जब गीता, वेद, उपनिषद प्रत्येक जीव में ब्रह्म की घोषणा करते हैं, तब जाति भेद, आर्थिक भेद अथवा अन्य किसी प्रकार का भेदभाव हिंदू दर्शन के विपरीत है। ” उक्त आशय के विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह प्रांत प्रचार प्रमुख श्री प्रशांत बाजपेई ने व्यक्त किए,वो रानीताल वेलोड्रम में आयोजित नर्मदा भाग के प्रकट कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि समाज का सशक्तिकरण और भारत की सब प्रकार से उन्नति ही संघ की सफलता का पैमाना है। संघ किसी कार्य का श्रेय भी नहीं लेना चाहता। सब अच्छे कार्यों का श्रेय समाज को मिले, उसका आत्मविश्वास बढ़े, इसी में सबका कल्याण है।
इसके पूर्व नर्मदा भाग के स्वयंसेवकों ने शारीरिक प्रधान कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम की शुरुआत पथ संचलन से हुई जो गढ़ा फाटक से प्रारंभ होकर रानीताल स्टेडियम पहुँचा। स्वयंसेवकों द्वारा योग व्यायाम , यष्टी ,दंड ,घोष आदि का प्रदर्शन किया ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सेवा निवृत ऑडिट ऑफिसर श्री गणेश सिंह झारिया ने सहकार से राष्ट्र के विकास पर अपने विचार रखे। सह कार्यवाह श्री शांतनु देशपाण्डे ने गत एक वर्ष की तैयारियों के बारे में बतलाया।
इस दौरान विभाग कार्यवाह,श्री मनीष पांडे जी , श्री अनंत डिके, नीलेश चेलानी व बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।