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Coronavirus (Covid-19): अमेरिका में मच सकता है हाहाकार, 1946 के बाद की सबसे बड़ी मंदी की आशंका

वाशिंगटन:Coronavirus (Covid-19): व्यापार अर्थशास्त्रियों ने आशंका जताई है कि अमेरिका (USA) को इस साल, पिछले सात दशकों से अधिक समय में सबसे भयानक मंदी (Recession) का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने यह आशंका भी जताई कि कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Epidemic) लौटकर आ सकती है, जो अर्थव्यवस्था (US Economy) के लिए एक बड़ा संकट लाएगी. नेशनल एसोसिएशन फॉर बिजनेस इकोनॉमिक्स (एनएबीई) ने इस संबंध में किए गए एक सर्वेक्षण के नतीजे सोमवार को जारी किए.

2020 में अमेरिका में GDP 5.9 फीसदी घटने का अनुमान
इसमें अनुमान जताया गया है कि कोरोना वायरस महामारी के चलते अमेरिका में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 2020 में 5.9 प्रतिशत घट जाएगा. यह गिरावट 1946 के बाद सबसे अधिक होगी, जब द्वितीय विश्व युद्ध के चलते अमेरिका की जीडीपी में 11.6 फीसदी की कमी हुई थी. एनएबीई के 48 विशेषज्ञों के दल ने अनुमान जताया है कि जनवरी-मार्च तिमाही में अमेरिका की जीडीपी पांच प्रतिशत घट जाएगी, जबकि इसके बाद अप्रैल-जून तिमाही में ये गिरावट रिकॉर्ड 33.5 प्रतिशत की होगी. एनएबीई के दल का हालांकि अनुमान है कि 2020 की दूसरी छमाही में वृद्धि दर बेहतर रहेगी और इसके जुलाई-सितंबर तिमाही में 9.1 प्रतिशत और अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है. इन अर्थशास्त्रियों का अनुमान है कि 2021 में अमेरिकी की वृद्धि दर 3.6 प्रतिशत रहेगी.

चालू वित्त वर्ष में 1.5 फीसदी लुढ़क सकती है भारत की GDP
कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Epidemic) की वजह से उपभोक्ता का विश्वास पूरी तरह डगमगा चुका है और इससे चालू वित्त वर्ष 2020-21 में अर्थव्यवस्था में 1.5 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है. भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank) द्वारा बृहस्पतिवार को जारी एक सर्वे (RBI Survey) में यह अनमान लगाया गया है. रिजर्व बैंक (RBI) के उपभोक्ता विश्वास सर्वे में कहा गया है कि मई, 2020 में उपभोक्ताओं का भरोसा पूरी तरह टूट चुका था. मौजूदा स्थिति इंडेक्स (सीएसआई) अपने ऐतिहासिक निचले स्तर पर आ गया है.

इसके अलावा एक साल आगे का भविष्य की संभावनाओं इंडेक्स में भी भारी गिरावट आई है और यह निराशावाद के क्षेत्र में पहुंच चुका है. एक अन्य सर्वे के अनुसार चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (GDP Growth Rate) में 1.5 प्रतिशत की गिरावट आएगी. हालांकि, अगला वित्त वर्ष कहीं बेहतर रहने की उम्मीद है। रिजर्व बैंक द्वारा प्रायोजित ‘प्रोफेशनल फोरकास्टर्स’ (एसपीएफ) के सर्वे में कहा गया है कि वास्तविक जीडीपी में 2020-21 में 1.5 प्रतिशत की गिरावट आएगी.

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