अधिवक्ता परिषद द्वारा संविधान दिवस पर व्याख्यान माला में बोले जस्टिस विवेक अग्रवाल : कफ़न में जेब नहीं होती
न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन
अधिवक्ता परिषद महाकौशल प्रांत की जबलपुर इकाई द्वारा धर्मशास्त्र राष्ट्रीय विधि संस्थान विश्व विद्यालय जबलपुर के संयुक्त तत्वावधान में धर्मशास्त्र राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय परिसर, साउथ सिविल लाइंस, रिज रोड,जबलपुर में आयोजित किया गया l
। कार्यक्रम में “अधिवक्ता- न्याय, स्वतंत्रता, समानता के मशाल वाहक” ,के विषय पर मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति श्री विवेक अग्रवाल, म. प्र. शासन के महाधिवक्ता श्री प्रशांत सिंह और श्री के. सी. घिल्डियाल वरिष्ठ अधिवक्ता का मार्ग दर्शन प्राप्त हुआ l मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के माननीय न्यायमूर्ति जस्टिस विवेक अग्रवाल ने कहा कि हमें खूब काम करना चाहिए लेकिन यह भी ध्यान रखना चाहिए कि कफ़न में जेब नहीं होती जाना तो खाली हाथ ही है l जस्टिस अग्रवाल ने वसुधैव कुटुम्बकम की अवधारणा को समझाते हुए कहा कि प्रभु इतना दीजिए कि जिसमें कुटुम्ब समाए l इस अवसर पर मध्य प्रदेश शासन के महाधिवक्ता प्रशांत सिंह ने कहा कि जो पानी से नहाते हैं वो लिबास बदलते हैं जो पसीने से नहाते हैं वो इतिहास बदलते हैं ll समाज के अंतिम छोर तक खड़े दीन हीन व्यक्ति तक न्याय पहुंचे यह प्रयास होना चाहिए l महात्मा गांधी सुभाषचंद्र बोस लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के उदाहरण देते हुए अपनी बात रखी l के सी घिल्डियाल जी ने भी अपने विचार रखे। धर्म शास्त्र विधालय के रजिस्ट्रार शैलेश हदली ने सबका आभार व्यक्त किया l अतिथि परिचय एडवोकेट पीयूष जैन ने दिया l संचालन प्रियंका मिश्रा ने किया l कार्यक्रम में प्रमुख रूप से अधिवक्ता तेजकुमार मोढ ज्ञानेंद्र सिंह बघेल ,सुशीला पालीवाल ,हरीश अग्निहोत्री , हरप्रीत सिंह रूपराह,भरत सिंह ,एस पी सिंह , गीतेश ठाकुर ,सुनील गुप्ता ,चंद्रपाल सिंह परमार ,संजय पटेल, अच्युतेंद्र सिंह बघेल ,अभिमन्यु सिंह, कमलसिंह बघेल , सौम्या दीक्षित, गजेन्द्र सिंह ,प्रदीप गुप्ता ,सतपाल चढार शिखा बघेल, देवेंद्र शुक्ला ,जीपी सिंह,शिव कुमार कश्यप, आदित्य गुप्ता, प्रमोद चौरसिया सचिन अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं और अधिवक्ता के अलावा न्याय और विधि जगत से जुड़े प्रमुख लोग उपस्थित रहे l
संविधान दिवस के अवसर पर आयोजित यह व्याख्यान माला विधिक शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों के साथ ही अधिवक्ता गणों के लिए भी मार्गदर्शक सिद्ध हुई l