शिखर जी को पर्यटन स्थल घोषित करने के विरोध में उद्धेलित जैन समाज ने निकाली रैली ..
◆ विलोक पाठक
न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन / विश्व जैन संगठन के आह्वान पर इंदौर में रैली निकाली गई । इस रैली का मूल कारण सरकार द्वारा झारखंड में स्थित पवित्र सम्मेद शिखर को पयर्टन स्थल घोषित करना है । सरकार के इस निर्णय से जैन समाज एकजुट हो गया है , और देश भर में जगह- जगह जैन समाज ने रैली निकालकर विरोध जताया। इंदौर में मौन रैली राजवाड़ा से रीगल तक निकाली गई और वहाँ गांधी प्रतिमा पर ज्ञापन दिया गया। महिलाएं केसरिया वस्त्र व पुरुष सफेद वस्त्र पहने थे। समाज ने हाथों में तख्तियां लेकर विरोध जताया, जिसमें लिखा हुआ था कि यह आस्था पर कुठाराघात है, शिखरजी को पर्यटक स्थल घोषित करने का फैसला वापस लो।
इस दौरान श्वेतांबर और दिगंबर जैन समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
जैन समाज के प्रतिनिधियों के अनुसार यदि सरकार नहीं चेती तो पूरे देश का जैन समाज आने वाले एक साल के लिए किसी भी प्रकार का कोई भी टैक्स भारत
सरकार को नहीं देगा। केंद्र सरकार को तभी पता चलेगा
समाज के लोगों ने कहा कि हमें जैन होने पर गर्व है, जब टैक्स नहीं भरेंगे तो भारत सरकार को अहसास होगा कि अर्थव्यवस्था में हमारा क्या स्थान है।
जैन मतों के अनुसार सम्मेद शिखर पर 24 में से 20 तीर्थंकर निर्वाण पर गए। इस स्थान का समाज के लिए बेहद अहम महत्व है। इसे पर्यटन स्थल बनाने से पवित्रता खत्म होगी, लोग यहां आएंगे, मांसाहार और एल्कोहल का उपयोग करेंगे। सकल जैन समाज ने मांग की है की सरकार अपने इस निर्णय को वापस ले ।