पति की मौत के बाद दबंगों से अपनी जमीन छुड़वाने दर-दर भटक रही गरीब वृद्धा, कलेक्टर SP सहित कई जगह लगाई गुहार…
जबलपुर, सुबे के मुखिया ने प्रदेश के भूमाफियायों और दबंगों के खिलाफ अभियान चला रखा है । प्रदेश के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश हैं कि जनता को भूमाफिया और दबंगों सूदखोरों से राहत दिलाई जाए । उनके इस निर्देश पर अधिकारियों ने अभियान छेड़ रखा है । बाबजूद इसके शहर में एक बुजुर्ग महिला एसपी और कलेक्टर की चौखट पर बार-बार अपनी जमीन दबंगो के कब्जे से छुड़वाने के गुहार लगा रही है, लेकिन उसकी अभी तक सुनवाई नहीं हो पा रही है। दरअसल मामला गोराबाजार थाना अंतर्गत भोंगा द्वार का है, जहां मोहिनी यादव उम्र 65 वर्ष की एक एकड़ 57 डिसमिल जमीन पर क्षेत्र के एक दबंग वीरेन्द्र यादव ने कब्जा कर लिया है। उसके कब्जे से जमीन को मुक्त कराने के लिये मोहिनी यादव एसपी-कलेक्टर और थाने में गुहार लगा चुकी है, अधिकारियों के आश्वसन के बाद भी वृद्धा को उसकी जमीन नहीं मिल पायी। जिसके बाद मोहिनी यादव ने कलेक्टर से जनसुनवाई में आप बीती बतायी।
कलेक्टर ने तत्काल संबंधित अधिकारियों को इस मामले में कार्यवाही के निर्देश दिये। आदेशानुसार पटवारी ने कोटवार के माध्यम से मोहनी यादव और वीरेन्द्र यादव को जमीन के सीमांकन के लिये नोटिस भेजा, लेकिन दबंग ने कोटवार को गालीगलौज कर वहां से भगा दिया। जिसके बाद आरआई और पटवारी मौके पर जमीन देखने गये, जिसके लिये महिला के नाती कपिल यादव ने अधिकारियों को जमीन दिखाने के लिये लेकर गया। तभी दो लड़के वहां पर आ गये और उन्होंने विवाद शुरू कर दिया। मामला गंभीर होते देख आरआई और पटवारी वहां से चले गये।
जिसके बाद दबंगों ने कपिल के साथ गालीगलौज करते हुये उसके मारपीट की, और इस जमीन पर आने की धमकी दी। जिसके बाद मोहिनी यादव ने अपने नाती कपिल के साथ थाने जाकर इसकी लिखित शिकायद दर्ज करायी, लेकिन पुलिस ने भी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। पूरे मामले में मोहिनी यादव ने बताया कि यह जमीन उनके पति प्रेललाल यादव के नाम पर थी। जिनकी मृत्यु के बाद उनके व बेटे के नाम स्थानांतरण हो गई और खसरे में भी उनका ही नाम पंजीकृत हो गया है, दबंग वीरेन्द्र यादव ने उनकी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया है। जिसकी शिकायत उन्होंने कलेक्टर, एसपी व गोराबाजार थाने में की है। जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर ने इस जमीन के सीमांकन के आदेश जारी दिये हैं, लेकिन वीरेन्द्र यादव अपने रसूख के बल पर सीमांकन नहीं होने दे रहा है। उसके बेटे अपराधिक प्रवृत्ति के हैं और हमेशा जान खतरा बना रहता है। महिला ने अधिकारियों से अपनी और परिवार की सुरक्षा की मांग करते हुए इस मामले में उचित कदम उठाने का आग्रह किया है। उसका कहना है कि यदि मेरे व परिवार के किसी सदस्य को कुछ होता है तो संम्पूर्ण जबाबदारी अवैध कब्जेदार वीरेंद्र और उसके लड़कों की होगी ।