मध्यप्रदेश

108 की तर्ज पर तहसील के डेढ़ सौ गांवों के पशुओं को शुरू हुआ ईलाज

सिहोरा/ तहसील के करीब डेढ़ सौ गांवों के पशुओं को अब सिर्फ एक कॉल करने से पशु चिकित्सक पहुंचकर ईलाज मुहैया कराएंगे जिससे पशु पालकों को लाभ मिलेगा। उक्त एम्बुलेंस शासन स्तर से प्रदाय की गई है। ये पूरी तरह सर्वसुविधायुक्त होंगी, जिनमें डॉक्टर और पैरावेट उपलब्ध रहेंगे, जो भोपाल में बने कंट्रोल रूम से पाइंट मिलने पर तत्काल पशुओं के इलाज के लिये पहुंचेंगे। पशुओं के साथ दुर्घटना एवं उनके बीमार होने पर टोल फ्री नम्बर 1962 पर कॉल कर आकस्मिक सेवा ली जा सकेगी। जिले में इस सेवा के प्रारम्भ होने से सही समय पर पशुओं को उपचार मिल सकेगा। इस अवसर पर गौ संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष अखिलेश्वरानंद जी द्वारा शुभारंभ कर चाबी प्रदान की गई।विकासखंड में पदस्थ डॉ नीता मनोचा, डॉ शुभ्रा ब्यौहार, अभिषेक शुक्ला, नीलम मरावी सहित समस्त क्षेत्रीय स्टाप उपस्थित रहा।
विकास खण्ड पशु चिकित्सा अधिकारी सिहोरा श्रीमति डॉ नीता मनोचा ने जानकारी दी कि एम्बुलेंस की सेवा पूरी तरह से भोपाल स्तर से संचालित की जायेगी। पशुओं की स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या होने पर पशु मालिक उक्त नम्बर पर कॉल करेंगे। पाइंट मिलने के बाद एम्बुलेंस मौके पर पहुंचेगी। और घायल या बीमार पशु को तुरंत इलाज दिया जा सकेगा, जिसके लिए 150 जिसके लिए पशु पालकों द्वारा लिया जाएगा। पशुओं को चिकित्सालय तक लाने से भी छुटकारा मिलेगा। साथ ही जिन ग्रामो में या नजदीक पशु चिकित्सा केंद्र हैं वहां पूर्व की तरह ही इलाज संभव होता रहेगा।
👉🏽टोल फ्री 1962 पर करे कॉल
इस नंबर पर कॉल आने पर वाहन तत्काल बताए गए स्थान पर पहुंचेगा। जहां पशुओं का उपचार किया जाएगा। यदि उपचार में किसी प्रकार की समस्या आ रही है, जिससे पशुओं को तत्काल उपचार मुहैया कराया जा सके। इसके लिये पशु मालिक को 150 रुपये का शुल्क देना होगा। इससे पशुओं का इलाज संभव हो सकेगा।

👉🏽पशु चिकित्सक व गौ सेवक भी होंगे तैनात
वैन में ड्राइवर के अलावा पशु चिकित्सक, फील्ड ऑफिसर के साथ-साथ गौ सेवक को भी तैनात किया जाएगा। पशुओं की बीमारी के स्तर को देखते हुए यह तय होगा कि कितने घंटे के भीतर बीमार पशु को देखना है। इसकी सूचना एसएमएस के जरिए पशुपालक को दी जाएगी। गाड़ी आउटसोर्स की जाएगी।

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