जिस ने भी देखा बोला “शाबाश मैडम”
✍️ विलोक पाठक
न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन
अतिक्रमण को लेकर शहर में चारों ओर कवायद मची रहती है । शहर के मध्य गंजीपुरा फुहारा कमानिया इन क्षेत्रों में तो जैसे अतिक्रमणकारियों ने अपनी बपौती समझ रखी हो । शहर में एक से एक धुरंधर अधिकारी आए परंतु यहां कोई अपना जोहर नहीं दिखा पाया । खासकर गंजीपुरा के महिला मार्केट जैसी सकरी गली में जहां लोग निकलने को भी मोहताज रहते हैं वहां अतिक्रमणकारियों ने अपने भरपूर पैर पसार रखे हैं । राजनेताओं की सरपरस्ती में फैले अतिक्रमण कारी किसी से नहीं डरते चाहे प्रशासन हो या पुलिस ।
पिछले कई वर्षों में लार्डगंज थाने में कई थाना प्रभारी आए परंतु इस गली में किसी की ना चली , और सच कहूं तो किसी राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते वहां जाने की जरूरत नहीं समझी ।
बीते दिनों एक ऐसा वाक्य दिखा जिससे मन कहे उठा “शाबाश मैडम‘ जी हां लार्डगंज थाने में पदस्थ टीआई प्रतीक्षा मार्को अपनी बोलेरो गाड़ी के साथ उस सकरी गली में अंदर घुस गई । माइक से अपने दबंग अंदाज में अतिक्रमणकारियों को ललकारा एवं सड़कों पर रखा हुआ सामान अंदर करवाया । मैडम की दिलेरी को देख अतिक्रमणकारियों के हौसले पस्त हो गए और आनन-फानन में उन्होंने अपने सामाग्री को समेट लिया ।
काश ऐसी ही दबंगता अन्य अधिकारी दिखाएं तो शायद वहां नर्क से भी बदतर माहौल बनने से बच जाए । ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इतनी सकरी गली में नॉर्मल स्कूल जिसमें की छात्राएं पढ़ती है रोज निकलती है एवं वहां से गुजरने वाली माताओं बहनों को भी कई आवारा आंखें स्कैन करती हैं । रसूखदार लोगों के गुर्गों की शिकायत की हिम्मत शायद ही कोई जुटा पाए । बहरहाल जो भी हो परंतु मैडम की दिलेरी और दबंग ता देखकर एक बार फिर यही कहा जाए की “शाबाश मैडम”