सिहोरा जिला की मांग पर आक्रोश के चलते ताम्रपत्र सम्मान वापस करने की पूर्व में घोषणा कर चुके मीसाबंदी के बाद अब एक और मीसाबंदी ने की वापसी की घोषणा

सिहोरा जिला की मांग पर बढ़ता आक्रोश
सिहोरा – सिहोरा जिला की मांग पर सरकार की ओर से किसी भी प्रकार का कोई संकेत न मिलते देख अब आमजनों के साथ सरकार से सम्मान प्राप्त मीसाबंदियो का परिवार भी आगे आने लगा है।एक मीसाबंदी सम्मान लौटाने की घोषणा के बाद अब दूसरे मीसाबंदी ने भी सरकार से मिले ताम्रपत्र को लौटाने की घोषणा कर दी है।
अब तो दो घोषणाएं,– सिहोरा को जिला न बनाने से व्यथित स्व पुरुषोत्तम साहू के पुत्र प्रमोद साहू ने पिता को मिले मीसाबंदी सम्मान ताम्रपत्र एवं सम्मान निधि को आगामी 5 सितंबर को लौटाने की घोषणा की थी।इसके बाद अब एक और मीसाबंदी स्व प्रेमचंद सोनी के पुत्रो मोहन सोनी,सुभाष सोनी और अरविंद सोनी ने भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिख आगामी पांच सितंबर को ही मीसाबंदी सम्मान ताम्रपत्र लौटने का ऐलान किया है।अपने पत्र में मीसाबंदी सेनानी के पुत्रो ने सिहोरा को अपनी जन्मभूमि बताते हुए सिहोरा के साथ सरकार द्वारा उपेक्षा होने का आरोप लगाया है।समिति के सदस्यों ने सम्मान वापसी के इस आयोजन में सिहोरा विधायक,जबलपुर सांसद सहित सभी राजनैतिक दलों के सदस्यों को भी आमंत्रित किया है।
उल्लेखनीय है कि सिहोरा को जिला बनाने की मांग को लेकर एक लंबे अरसे से आंदोलन चल रहा है | जिसकी श्रंखला में पूरे सिहोरा वासि लामबंद है | कई चरणों में चल रहे इस आंदोलन में विरोध के चलते जहां मुंडन संस्कार कराया, वही सद्बुद्धि यज्ञ से लेकर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने कई बार ज्ञापन दिया गए | परंतु सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया | यहां तक कि आगामी चुनाव में वोट ना देने की धमकी भी दी गई, परंतु सरकार का ध्यान इस ओर आकृष्ट नहीं हुआ जिससे सिहोरा वासियों कि नाराजगी धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है |