सर्प की बमियों की मिट्टी से बनाई 60 फीट की महाकाली, दर्शन करने लोगो की भीड़

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प्राची अनामिका मिश्रा
सिहोरा/ जबलपुर जिले के सिहोरा तहसील के एक छोटे से गांव में गांव के ही लोगों की प्रेरणा से आसपास खेतों में बनी सापों की बमियों की मिट्टी को लाकर उस मिट्टी से माता महाकाली की मूर्ति बनाई गई है जिसे देखने और दर्शन करने के लिए जिले भर के लोग आ रहे हैं। साथ ही शंकर भगवान और गाय की मूर्ति भी बनाई गई है जिनमे खेत की मिट्टी का उपयोग किया है। मूर्ति की विशालता देखने के लिए लोगों की आवाजाही लगी रहती है।
सिहोरा के ग्राम खम्हरिया (रमखिरिया) में ग्राम के ही निवासी रवि उर्फ रविन्द्र मिश्रा जो चैत्र नवरात्रि में देवी माता की 54 मूर्तियां स्थापित कराई थी जो पूरे नवरात्र में क्षेत्रीय लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई थी। जिसके बाद रवि मिश्रा को प्रेरणा मिली कि क्यो न इस बार कुछ अलग कर के मूर्ति का निर्माण किया जाए , और उन्होंने ग्राम और समिति के लोगों के सहयोग से खेतों में बनी सर्प की बामियों की शुद्ध मिट्टी को लाकर उस मिट्टी से माता महाकाली की मूर्ति का निर्माण रवि मिश्रा ने किया। और माता की मूर्ति में रंग पेंटिंग संतोष चक्रवर्ती ग्राम मोहतरा निवासी ने किया है। मूर्ति को बनाने महज पन्द्रह दिनों का समय लगा है जिसमे खेर माता समिति और गांव के लोगों ने हर संभव सहयोग किया है। जिसका विसर्जन शरद पूर्णिमा को किया जाएगा। माता की पूजा और प्रातः आरती एवं संध्या आरती पण्डित पुरषोत्तम पांडे जी निवास मण्डला वाले कराते हैं। रविन्द्र उर्फ रवि मिश्रा गांव के ही किसान हैं और गृहस्थ जीवन वाले हैं लेकिन माता के प्रति अटूट श्रद्धा उनको कुछ अलग करने की प्रेरणा हमेशा देती है।
इस वजह से बामी की मिट्टी का उपयोग
रवि मिश्रा ने बताया कि सर्प की बामियों की मिट्टी सबसे शुद्ध मानी जाती है साथ ही उस मिट्टी में कंकड़ पत्थर नही होते हैं जिसकी वजह से निर्माण की गई मूर्ति में चटकन या दरार नही पड़ती है और मूर्ति खंडित नही होती है , बामियों को खोजकर मिट्टी को लाने में सभी लोगों का सहयोग रहा है , और यह काम महीनों से किया गया तब जाकर इतनी मिट्टी को इकठ्ठा किया गया था, वहीं शंकर जी और गौ माता की मूर्ति के लिए खेतो की मिट्टी का उपयोग कर बनाया गया है। समिति के गजराज सिंह ठाकुर, शैलेश मिश्रा कोमल पटेल, वीरेंद्र मिश्रा, संतोष मिश्रा, शिव लाल गोंटिया, श्यामलाल चौधरी, अच्छे लाल, आदि सभी खमरिया निवासी ने सहयोग किया है।