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सिद्ध बागेश्वरधाम जैसे यहाँ भी हनुमान जी की कृपा से समस्या पहले से ही लिख देते हैं निकुंजधाम के अमित शास्त्री ?

शराब की लत छुड़ाने दूर दूर से पहुंच रहे लोग....

प्राची अनामिका मिश्रा/ न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन

जब भक्त्तों को अपने आराध्य भगवान पर भरोसा हो तो कुछ भी संभव है, ऐसा ही निकुंज धाम में होता है जहां शास्त्री जी पर्चे पर लिखकर लोगों की समस्याओं को बताते हैं और उनकी समस्याओं को दूर कर हल करने के लिए उपाय करते हैं, धाम में आने वाले ज्यादातर लोग सन्तुष्ट होकर जा रहे हैं , जबकि शराब के आदि व्यक्ति तो शराब छोड़ने की दवा की कुछ बूंद मात्र मुंह के अंदर जाते है उलटी करने लगते हैं। वही अधिकांश लोगों को शराब की लत से निजात मिल चुकी हैं वहीं शास्त्री जी का कहना है कि कुछ भी त्यागने के लिए मन विस्वास और प्रभु कृपा पर भी भरोसा होना चाहिए।
कटनी जिले के उमरियापान के पास ग्राम तिघरा में निकुंजधाम में हनुमान जी महाराज की कृपा से पंडित अमित शास्त्री जी भागवत कथावाचक हैं और साथ ही साथ मंगलवार और शनिवार को प्रातःकाल से ही लोगों की समस्या को पर्चे में लिखकर उन्हें दूर करने उपाय बता कर भी समाधान कर रहे हैं। यहां पर शराब की लत वालों को दवाई मुंह मे लेते ही उलटी होने लगती हैं जिन्हें तीन मंगलवार या शनिवार के दिन को आकर दवा प्रसाद के रूप में ग्रहण करना होता है, अधिकांस आने वाले लोगो को शराब के नशे की लत से छुटकारा मिल गया है, निकुंजधाम में मंगलवार एवं शनिवार की सुबह से ही आने वाले भक्तों की भीड़ जमा हो जाती है जो बारी – बारी से अपनी परेशानियों को शास्त्री जी से उनके निदान के उपाय पूछते हैं , वहीं शास्त्री जी हर भक्त की समस्या को पहले ही पर्चे पर लिखकर उनके समाधान करने के उपाय बताते और करते हैं।
👉कौन हैं शास्त्री जी
पंडित अमित शास्त्री सामान्य परिवार से ही हैं पिता वीरेंद्र तिवारी शिक्षक हैं, जिन्होंने संस्कृत से अध्यात्म की पढ़ाई करने बाद भागवत कथा करने लगे , और हनुमान जी महाराज के आशीर्वाद से लोगों की समस्याओं को पर्चे पर लिखकर बता देते हैं और पूजन विधियों एवं जाप से उनकी समस्याओं का समाधान कर रहें हैं वहीं शराबियों को उनकी नशे की लत छुड़ाने के लिए भी दवा देते ही उन्हें उलटी होने लगती हैं और तीन बार आकर दवा प्रसाद रूप में ग्रहण करने पर उनकी नशे की लत छूट जाती है।जहां से हर भक्त सन्तुष्ट होकर जा रहे हैं।

👉यहां से पहुंच सकते हैं भक्त
तिघरा निकुंजधाम जाने के लिए जबलपुर के सिहोरा से उमरियापान जाना होगा, या फिर कटनी के स्लीमनाबाद से उमरियापान के डुंडी गांव जाना होगा वहां से 4 किमी तिघरा ग्राम है जहां पर निकुंजधाम है। और उमरियापान से 5 किमी डुंडी और फिर 4 किमी तिघरा निकुंजधाम है। जहां पर दूर दूर से भक्त अपनी समस्याओं को लेकर आते हैं।

The NI 51 33 11

Vilok Pathak/ News Investigation

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