सरकारी नाले में प्लाटिंग का आरोप, जाँच करने पहुँचे एसडीएम, तहसीलदार
The NI / न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन – 51
♦ विलोक पाठक
सिहोरा में भू माफिया ने सिहोरा तहसील के सरकारी नाला (बाहय नाला) पर कब्जा कर उसे मिट्टी से समतल कर उसमें अब मुरुम डालकर प्लाटिंग की तैयारियां शुरू कर दी है। इस मामले में सिहोरा निवासी राहुल श्रीवास ने जबलपुर कलेक्टर को लिखित शिकायत में आरोप लगाते हुए बताया कि मौजा सिहोरा, प.ह.नं. 104 तहसील सिहोरा, जिला जबलपुर स्थित खसरा नं 1551/1 रकवा 1.1810 हैक्टेयर, 1551/3 रकवा 1.1690 हैक्टेयर, व 1551/5 रकवा 0.1210 हैक्टेयर एवं मौजा खितौला प.ह.न. 106 तहसील सिहोरा जिला जबलपुर स्थित खसरा नं. 48/1 रकवा 0.6070 हैक्टेयर( भूजल),48/3 खसरा 0.8090 हैक्टेयर सरहदी नाला शासकीय भूजल की भूमि (बाह्य नाला) ज्वालामुखी के नीचे नई कन्या शाला बरझा रोड पर बाह्य नाला को मिट्टी से समतल कर नाला के वास्तवितक स्वरूप राजस्व नक्षा में पूर्ण रूप से परिवर्तित कर शासकीय नाला ( बाह्य नाला) पर धड़ल्ले से दिन दहाड़े मुरूम डालकर प्लाटिंग की जा रही है। एवं शासकीय नाला पर प्लाटिंग करके बेचने के फिराक में है। जबकि उक्त भूमि राजस्व रिकार्ड में भूजल एवं चारागाह के रूप में शासकीय रिकार्ड पर दर्ज है। एवं वर्ष 1908 के राजस्व रिकार्ड एवं निस्तार पत्रक में भी बाह्य नाला के रूप में दर्ज है। शिकायत के बाद सिहोरा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व रूपेश सिंघई, तहसीलदार सिहोरा शशांक दुबे, मौके पर पहुँचे और उन्होंने जाँच की साथ ही अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सिंघई के अनुसार प्रथम द्रष्टया सरकारी नाला पर कब्जा होना पाया गया है । एवं हल्का पटवारी से जांच प्रतिवेदन मांगा गया है। जिसके उपरांत भू माफिया पर कठोर कार्यवाही की जायेगी।